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Saturday, 29 June, 2024
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भारत में कोरोनावायरस के 110 मामले- महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 32 लोगों में संक्रमण, 95 संदिग्ध केस

कुल संख्या में कोरोनावायरस से संक्रमित हुए वे दो मरीज भी शामिल हैं, जिनकी दिल्ली और कर्नाटक में मौत हो चुकी है.

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नई दिल्ली: उत्तराखंड में कोरोना वायरस का पहला मामला दर्ज किये जाने और महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश में एक-एक मामले की पुष्टि होने के साथ भारत में इस विषाणु से संक्रमित मरीजों की संख्या रविवार को बढ़ कर 110 हो गई. महाराष्ट्र में अब तक सबसे ज्यादा 32 मामले सामने आए हैं. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी. नागपुर में कोरोनावायरस के डर से पार्कों में कम लोग टहलने पहुंचे.

पटना उच्च न्यायालय में केवल जरूरी मामले सुने जाएंगे.

कुल संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए वे दो मरीज भी शामिल हैं, जिनकी दिल्ली और कर्नाटक में मौत हो चुकी है.

हाल ही में सऊदी अरब से लौटे कर्नाटक के कलबुर्गी निवासी 76 वर्षीय व्यक्ति की बृहस्पतिवार को मौत हो गई थी. इसके अलावा दिल्ली में रहने वाली 68 वर्षीय एक महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थी, जिसकी शुक्रवार रात राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई.

उत्तराखंड में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के पहले मामले की पुष्टि हुई.

दिल्ली में कोरोना वायरस के अब तक सात मामले सामने आ चुके हैं. वहीं उत्तर प्रदेश में 12, कर्नाटक में छह, महाराष्ट्र में 33, लद्दाख में तीन और जम्मू-कश्मीर में दो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. इसके अलावा तेलंगाना में तीन और राजस्थान में दो मामले सामने आए हैं. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पंजाब में कोरोना वायरस से संक्रमण के एक-एक मामले दर्ज किये गये हैं.

केरल में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 22 मामले सामने आए हैं. इनमें वे तीन लोग भी शामिल हैं, जिन्हें पिछले महीने इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.

मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कुल 110 संक्रमित लोगों में 17 विदेशी हैं. इनमें 16 इतालवी हैं.

मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, केरल के तीन मरीजों सहित इलाज के बाद अब तक 13 लोगों को छुट्टी दे दी गई है.
भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने लोगों को से कहा कि वायरस का कोई वायरस का सामुदायिक संचरण नहीं देखा गया है. भारत में स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति अभी नहीं आयी है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 को महामारी घोषित कर दिया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि 93 संक्रमित लोगों के संपर्क में आए 4,000 से अधिक लोगों की पहचान की गई है और उनका पता लगाया जा रहा है, जबकि देश भर में 42,000 लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखा गया है.
उन्होंने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सामुदायिक निगरानी, पृथक केंद्र, पृथक वार्ड, पर्याप्त व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), प्रशिक्षित कर्मचारी, त्वरित प्रतिक्रिया दल जैसी सभी आवश्यक सुविधाओं को और मजबूत किया जा रहा है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक 30 हवाई अड्डों पर 12,76,046 यात्रियों की जांच की जा चुकी है.

मंत्रालय के अनुसार स्वास्थ्य सुरक्षा कर्मचारियों के लिए 80,50,000 एन95 मास्क और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण की खरीद का आदेश दिया गया है.

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास में सरकार ने बुधवार को राजनयिक और रोजगार जैसी कुछ श्रेणियों को छोड़कर सभी वीजा सेवाओं को निलंबित कर दिया.

सरकार ने भारतीय नागरिकों से विदेश की सभी गैर-आवश्यक यात्रा से बचने के लिए कहा है.

कोरोना वायरस: द्वारका में बन रहे पृथक केंद्र का स्थानीय लोगों ने किया विरोध

दिल्ली के द्वारका इलाके में बन रहे पृथक केंद्र के विरोध में रविवार को पुलिस प्रशिक्षण स्कूल के बाहर लगभग 30 लोगों का एक समूह एकत्रित हुआ. पुलिस प्रशिक्षण स्कूल के पास कोरोना वायरस रोगियों के लिए एक पृथक केंद्र बनाया जा रहा है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि द्वारका सेक्टर नौ में पुलिस प्रशिक्षण स्कूल के पास रह रहे लोगों को आशंका थी कि वे वायरस से संक्रमित हो जाएंगे.

उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें बताया कि यह क्षेत्र या लोगों को प्रभावित नहीं करेगा और लगभग एक घंटे के बाद वे वहां से चले गए.’

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 32 मामलों की पुष्टि, 95 संदिग्ध

महाराष्ट्र में रविवार को औरंगाबाद शहर की 59 वर्षीय एक महिला और पिंपरी-चिंचवाड़ में एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद संक्रमित लोगों की संख्या 32 पहुंच गयी. यह पूरे देश में सबसे अधिक है.

औरंगाबाद के धूत अस्पताल में भर्ती महिला रूस और कजाखस्तान की यात्रा करके लौटी थी जबकि पिंपरी-चिंचवाड़ का व्यक्ति तीन मार्च को जापान और दुबई की यात्रा कर लौटा था.

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना वायरस के 95 संदिग्ध मामले दर्ज किए गए.

स्वास्थ्य विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई है. वह रूस और कजाखस्तान की यात्रा करके लौटी थी. उसे औरंगाबाद में धूत अस्पताल में पृथक रखा गया है.’

पिंपरी-चिंचवाड़ के नवीनतम मामले के साथ पुणे में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 16 हो गई है.

पुणे के कलेक्टर नवल किशोर राम ने रविवार को कहा ‘उस व्यक्ति को नायडू अस्पताल में 14 मार्च को भर्ती कराया गया था. राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान पुणे से उसके लार के नमूने की रिपोर्ट आई है जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई है. व्यक्ति का इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है.’

स्वास्थ्य विभाग के बयान के अनुसार उस व्यक्ति ने 23 फरवरी और 3 मार्च के दौरान जापान और दुबई की यात्रा की थी.

बंगाल में स्थानीय निकाय चुनाव टलने की संभावना

कोराना वायरस से खतरे के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के टलने की संभावना है. दरअसल, राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग से इसे स्थगित करने की अपील की है.

सोमवार को होने वाली एक सर्वदलीय बैठक के बाद इस सिलसिले में आयोग एक अंतिम फैसला लेगा.

आधिकारिक सूत्रों ने दावा किया कि राज्य सरकार 12 और 26 अप्रैल के बीच चुनाव कराना चाहती थी.

एक बयान में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने आयोग से आगामी निकाय चुनाव स्थगित करने की अपील की है.

भाजपा के प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि पार्टी जनहित को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय का समर्थन करेगी.

पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एहतियाती कदम के तौर पर 16 से 31 मार्च तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की शनिवार को घोषणा की.

हालांकि, बोर्ड परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगी.

सीआईएसएफ ने दिल्ली हवाई अड्डे पर खुले में सुरक्षा जांच केंद्र स्थापित किया

दिल्ली हवाई अड्डे की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने कोरोना वायरस प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों के लिए खुले में सुरक्षा जांच करने की व्यवस्था की है.

अधिकारियों ने बताया कि खुले में जांच के लिए स्थापित केंद्र में हाथ से पकड़े जाने वाले डिटेक्टर, सामान की जांच करने के लिए एक्सरे मशीन और मेटल डिटेक्टर हैं जिससे अन्य शहरों में स्थापित पृथक केंद्र में भेजे जाने वाले यात्रियों की जांच की जाएगी.

सीआईएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि इन यात्रियों को मुख्य टर्मिनल तक नहीं लाया जाएगा और वहीं से आगे की यात्रा पर भेज दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि खुले में स्थापित जांच केंद्र में रविवार को ईरान से लाए गए 236 यात्रियों की जांच की गई जिन्हें राजस्थान के जैसलमेर स्थित सेला के पृथक केंद्र भेजा गया.

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