नयी दिल्ली, नौ मार्च (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कहा कि उसने चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट में कथित धोखाधड़ी से जुड़ी अपनी धनशोधन जांच के सिलसिले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
ईडी ने एक बयान में कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में लिए गए लोगों में पीवी सुदलाईमुथु, एम. विजय हेराल्ड, एम. राजेश सिंह, एस. सियाद, के. जाकिर हुसैन, सुरेश कुमार, गणेश नटराजन, वी. मणिमोझी, जे. सेल्वाकुमार, ए. सेरमथिराजा और अरुण अंबू शामिल हैं।
यह मामला चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट में 45.05 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी से जुड़ा है।
जांच में पाया गया कि, ‘‘संदिग्ध व्यक्तियों ने चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट में फर्जी सावधि जमा (एफडी) रसीदें जमा की थीं। उन्होंने एफडी खोलने के बाद कुछ दिनों के भीतर अपने द्वारा रखी गई मूल एफडी रसीदों की मदद से सावधि जमा में धोखाधड़ी की।’’
ईडी ने कहा, ‘‘यह पाया गया कि चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट-जनरल इंश्योरेंस फंड के नाम और शैली में एक फर्जी चालू खाते में धोखाधड़ी से 45.40 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की गई।’’
उसने कहा कि चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट के वित्त उप निदेशक के रूप में खुद को बताने वाले व्यक्ति द्वारा उक्त फर्जी चालू खाते से लगभग 15.25 करोड़ रुपये नकदी के रूप में निकाले गए।
ईडी ने चेन्नई में दर्ज केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद आरोपी के खिलाफ पीएमएलए के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया।
भाषा
देवेंद्र माधव
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