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Sunday, 6 October, 2024
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हैदराबाद में कबाड़ गोदाम में आग लगने से बिहार के 11 प्रवासी श्रमिकों की मौत

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हैदराबाद, 23 मार्च (भाषा) हैदराबाद में कबाड़ गोदाम में बुधवार को तड़के भीषण आग लगने से बिहार के 11 प्रवासी मजदूरों की झुलसकर मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मजदूरों के शव इस कदर झुलस चुके हैं कि उन्हें डीएनए जांच के बिना पहचानना मुश्किल होगा।

उन्होंने बताया कि गोदाम में कथित तौर पर आग से सुरक्षा का बंदोबस्त नहीं किया गया था और एक ही संकरी सीढ़ी होने के कारण आग से बचकर भाग पाना लगभग असंभव था। हालांकि एक व्यक्ति कमरे से छलांग लगाकर अपनी जान बचाने में कामयाब रहा।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस घटना पर गहरा दु:ख जताया है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के निकटतम परिजनों के लिए अनुग्रह राशि की भी घोषणा की है।

दमकल और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिहार में छपरा के रहने वाले श्रमिक घटना के समय यहां भोईगुड़ा में गोदाम के ऊपर बने एक कमरे में सो रहे थे।

उन्होंने बताया कि दमकल नियंत्रण कक्ष को तड़के करीब 3 बजकर 55 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली और करीब 7 बजे आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। उन्होंने बताया कि श्रमिक खुद को नहीं बचा सके क्योंकि वहां केवल एक ही सीढ़ी थी। हालांकि एक व्यक्ति कमरे से कूदकर बचने में सफल रहा।

दमकल विभाग के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार आग कबाड़ के गोदाम से शुरू हुई और ऊपर के कमरे में फैल गई। ऐसा प्रतीत होता है कि श्रमिकों ने भागने की कोशिश की, लेकिन सांस के साथ धुआं अंदर चले जाने के बाद वे बेहोश हो गए। उन्होंने कहा कि यह एक हृदय विदारक दृश्य था क्योंकि घटनास्थल पर शवों का ढेर लगा हुआ था।

जले शव को पोस्टमार्टम और अन्य प्रक्रियाओं के लिए नजदीक के सरकारी गांधी अस्पताल ले जाया गया है।

पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही आग के कारणों का पता चलेगा।

हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सी वी आनंद ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि मृतक 23 से 35 वर्ष के आयुवर्ग के थे। उन्होंने कहा कि कबाड़ में पुराने समाचार पत्र, इस्तेमाल की गयी बोतलें और अन्य सामग्रियां भरी पड़ी थी और संभवत: जर्जर हुए गोदाम में अग्नि सुरक्षा उपायों की अनदेखी की गयी थी।

राष्ट्रपति कोविंद ने इस घटना पर गहरा दु:ख जताया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘‘तेलंगाना के सिकंदराबाद में एक गोदाम में आग लगने से हुई मजदूरों की मौत एक ऐसी त्रासदी है, जिसका दुख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

इस बीच प्रधानमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिजनों प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘हैदराबाद के भोईगुड़ा में भीषण आग के कारण लोगों की मौत होने से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।’’

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिवार को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने मुख्य सचिव सोमेश कुमार से कहा कि वे मृतकों के शवों को बिहार में उनके मूल स्थानों पर भेजने की व्यवस्था करें।

घटनास्थल का दौरा करने वाले कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे।

भाषा सुरेश मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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