नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर बृहस्पतिवार को लाल किले में आयोजित कार्यक्रम में 400 रागियों के कीर्तन ने समां बांध दिया।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और जी किशन रेड्डी भी मौजूद थे। पंजाब के पर्यटन मंत्री हरजोत बैंस, भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका भी इस अवसर पर मौजूद थे।
आयोजन स्थल पर मोदी के पहुंचते ही पूरे माहौल में उत्साह छा गया। इस दौरान उन्होंने सफेद कुर्ता, चूड़ीदार पजामा पहना हुआ था और सिर पर केसरिया रंग का वस्त्र धारण किया हुआ था।
प्रधानमंत्री ने गुरु ग्रंथ साहिब को तीन बार नमन किया और प्रार्थना की। बीचोंबीच फूलों से सजा एक भव्य मंच बनाया गया था जिसमें गुरु ग्रंथ सहिब को रखा गया था। इस स्टेज के अगल बगल दो और बड़े स्टेज बनाए गए थे, जहां 400 रागियों ने कीर्तन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जमीन पर बैठ कर कीर्तन सुना। उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत और अंत ‘वाहे गुरुजी का खालसा, वाहे गुरुजी की फतेह’’ के साथ की।
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शोभना वैभव
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