scorecardresearch
Friday, 28 June, 2024
होमदेश‘यूनीफॉर्म होली मास’: विरोध कर रहे पादरियों ने सिरो-मालाबार चर्च के नए परिपत्र को खारिज किया

‘यूनीफॉर्म होली मास’: विरोध कर रहे पादरियों ने सिरो-मालाबार चर्च के नए परिपत्र को खारिज किया

Text Size:

कोच्चि, 22 जून (भाषा) एर्णाकुलम-अंगामाली आर्चडायोसिस में ‘होली मास’ में बदलाव का विरोध कर रहे पादरियों ने शनिवार को सिरो-मालाबार चर्च के सिनॉड (धर्मसभा) के एक नए परिपत्र को खारिज कर दिया।

पादरियों ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि सिनॉड द्वारा निर्देशित ‘यूनिफॉर्म होली मास’ आर्चडायोसिस के अंतर्गत आने वाले चर्च में नहीं किया जाएगा तथा सामूहिक प्रार्थना की वर्तमान स्थिति अपरिवर्तित रहेगी।

यह ‘पोस्ट-सिनॉडल’ परिपत्र सिरो-मालाबार कैथोलिक चर्च के प्रमुख राफेल थाटिल द्वारा 9 जून 2024 को जारी एक परिपत्र पर उठे विवाद के बीच आया है, जिसमें उन पादरियों को अल्टीमेटम दिया गया है जो इस वर्ष तीन जुलाई से एर्णाकुलम-अंगामाली आर्चडायोसिस में एक ‘यूनीफॉर्म होली मास’ आयोजित करने के निर्देश का पालन नहीं करते हैं।

थाटिल और एर्णाकुलम-अंगामाली आर्चडायोसिस के ‘अपोस्टोलिक एडमिंस्ट्रेटर’ बोस्को पुथूर ने शुक्रवार को आर्चडायोसिस के पादरियों और श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए एक ‘पोस्ट-सिनॉडल परिपत्र जारी किया। इसमें, चर्च के प्राधिकारियों ने 14 और 19 जून को आयोजित ‘सिनॉड’ की विशेष ऑनलाइन बैठक के दौरान तैयार किए गए निर्णयों का विवरण दिया।

चर्च ने कहा कि निर्णयों में नौ जून को उसके द्वारा जारी परिपत्र लागू रहेगा और सभी पादरियों को पहले के निर्देशानुसार मानकीकृत तरीके से सामूहिक प्रार्थना करनी चाहिए। हालांकि, इसने यह स्पष्ट किया कि नौ जून के परिपत्र में उल्लिखित धर्मवैधानिक दंड उन पादरियों के खिलाफ शुरू नहीं किया जाएगा जो रविवार और अन्य महत्वपूर्ण दिनों पर कम से कम एक ‘यूनीफॉर्म होली मास’ करना शुरू करते हैं।

‘पोस्ट-सिनॉडल’ नोट में कहा गया है कि यह छूट पोप फ्रांसिस के निर्देश के आधार पर ‘यूनिफ़ॉर्म होली मास’ के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए दी गई है। हालांकि, विरोध करने वाले पादरियों ने एक बयान में कहा कि एर्णाकुलम-अंगामाली आर्चडायसिस थाटिल और पुथूर द्वारा जारी ‘पोस्ट-सिनॉडल’ परिपत्र को अस्वीकार कर रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि थाटिल और पुथूर दोनों ने एक बार फिर पादरियों और आर्चडायोसिस के सभी श्रद्धालुओं को ‘धोखा’ दिया है। उन्होंने कहा कि आर्चडायोसिस के पादरी और आम लोग इसे स्वीकार नहीं करते हैं।

पादरियों ने आरोप लगाया कि ‘पोस्ट-सिनॉडल नोट’ पूरे आर्चडायोसिस को ‘यूनिफ़ॉर्म होली मास’ के तहत लाने के इरादे से जारी किया गया है।

भाषा अमित नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments