उज्जैन (मप्र), 25 अप्रैल (भाषा) मध्य प्रदेश की लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को एक महिला थाना प्रभारी को अपने इलाके में सट्टा चलाने वाले एक व्यक्ति से कथित तौर पर 29,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
शिकायत के अनुसार, आरोपी पुलिस अधिकारी इस व्यक्ति को सट्टा चलाने के लिए मजबूर कर रही थी, ताकि उसे हर महीने रिश्वत के तौर पर रुपये मिल सके।
उज्जैन लोकायुक्त के पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि जिला आगर मालवा के कानड़ निवासी ऋतेश राठोर ने 11 अप्रैल को उनके पास आवेदन देकर शिकायत की थी कि कानड़ पुलिस थाना प्रभारी मुन्नी परिहार उससे दबाव बनाकर सट्टा चलाने को कह रही है और इसके लिए हर महीने 20,000 रुपये रिश्वत की मांग कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त, उज्जैन की टीम ने जाल बिछाया और जिला आगर मालवा स्थित थाना कानड़ में राठोर से 29,000 रुपये की रिश्वत लेते मुन्नी परिहार को सोमवार को रंगे हाथों पकड़ा है।
विश्वकर्मा ने बताया कि मुन्नी परिहार ने राठोर से पिछले महीने के बाक़ी 9,000 और चालू महीने के 20,000 रुपये के हिसाब से कुल 29,000 रुपये की मांग की गयी थी।
उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता राठोर के अनुसार, कोरोना लॉकडाउन में गल्ले के व्यापार में नुकसान होने पर उसने वर्ष 2021 में सट्टा को खेल शुरू किया था, जिसके बाद थाना प्रभारी मुन्नी परिहार हर महीने 20,000 रुपये लेती थी। शिकायतकर्ता का कहना था कि अब वह सट्टा नहीं चलाना चाहता, लेकिन थाना प्रभारी खुद दबाव बनाकर सट्टा चलवा रही हैं और रिश्वत के रूप में हर महीने 20,000 रुपये मांग रही हैं।
विश्वकर्मा ने बताया कि इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
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