चेन्नई, 23 मई (भाषा) तमिलनाडु सरकार ने सोमवार को जिलाधिकारियों और निगम आयुक्तों को दुर्लभ बीमारी ‘मंकीपॉक्स’ के संदिग्ध मामलों की निगरानी तथा पहचान करने और उचित उपचार के लिए मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों में पृथक-वास में रखने का निर्देश दिया।
राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ जे राधाकृष्णन ने अधिकारियों को उन लोगों में इस बीमारी के किसी भी तरह के लक्षणों की निगरानी करने को कहा जिन्होंने पिछले 21 दिनों में उस देश की यात्रा की है जहां हाल में इसके मामलों की पुष्टि की गई है या संदिग्ध मामले सामने आये है।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी संदिग्ध लोगों को नामित स्वास्थ्य केंद्रों में पृथक किया जाना चाहिए और मामलों को एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के जिला निगरानी अधिकारी को सूचित किया जाना चाहिए।’’
मंकीपॉक्स पर राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्श को साझा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे रोगियों का इलाज करते समय सभी संक्रमण नियंत्रण उपायों का पालन किया जाना चाहिए। यूरोप, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में ऐसे कुछ मामलों की रिपोर्ट के मद्देनजर, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इस परामर्श का पालन करें।’’
मंकीपॉक्स आमतौर पर बुखार, ठंड लगने, चेहरे या जननांगों पर दाने और घाव का कारण बनता है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति या उसके कपड़ों या चादरों के संपर्क के माध्यम से फैल सकता है।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश
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