मुंबई, तीन मई (भाषा) फिल्म निर्माता शेखर कपूर ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत को अगर ‘आने वाली पीढ़ियों के दिल और दिमाग’ को जीतना है तो सिनेमा का एक ‘सॉफ्ट पावर’ के रूप में इस्तेमाल करना होगा।
‘‘मासूम’’, ‘‘मिस्टर इंडिया’’ और ‘‘बैंडिट क्वीन’’ जैसी फिल्मों के लिए जाने जाने वाले फिल्म निर्माता ने कहा कि भारत और चीन दो राष्ट्र हैं जो ‘‘दुनिया में अधिक प्रभावशाली’’ बनने के लिए अपनी ‘सॉफ्ट पावर’ विकसित कर सकते हैं।
कपूर (76) ने कहा, ‘‘मेरी युवावस्था के दौरान एक समय था जब मैं अमेरिकियों की तरह बनने की इच्छा रखता था। यह केवल अमेरिकी मीडिया के प्रभाव के कारण था। अब हमारी बारी है। एशिया आगे बढ़ रहा है और भारत और चीन दो राष्ट्र हैं जो दुनिया में अधिक प्रभावशाली बनने के लिए अपनी ‘सॉफ्ट पावर’ को विकसित कर सकते हैं। चीन पहले से ही इसे हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।’’
एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कपूर ने भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) द्वारा आयोजित ‘इंडियन सिनेमा एंड सॉफ्ट पावर’ नामक एक राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि तकनीकी रूप से और विकसित होने की जरूरत है।
कपूर ने कहा, ‘‘अगर भारत को सिनेमा को एक ‘सॉफ्ट पावर’ के रूप में इस्तेमाल करना है, तो हमें दुनियाभर में आने वाली पीढ़ियों के दिल और दिमाग को जीतना होगा… हमें नवीनतम तकनीकों का उपयोग करना होगा।’’
राजभवन में आयोजित इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और आईसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे भी शामिल हुए।
भाषा देवेंद्र पवनेश
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