नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में प्रयागराज जिले के खेवराजपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में प्रदेश की पुलिस पर ”चूक” का आरोप लगाया है।
तृणमूल कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने खेवराज हत्याकांड में बलात्कार के साक्ष्यों को ”दफन” करने की कोशिश की।
पार्टी के तथ्यान्वेषी प्रतिनिधिमंडल ने 24 अप्रैल को प्रयागराज में घटनास्थल का दौर कर परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों से बातचीत की थी।
तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि परिवार के जीवित बचे सदस्यों ने पुलिस को बताया था कि उन्हें बलात्कार किए जाने का शक है, इसके बावजूद इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई।
एनएचआरसी को लिखे पत्र में कहा गया, ”प्रतिनिधिमंडल के दौरे के दौरान, पीड़ित परिवार के सदस्य सुनील यादव ने हमे पता चला कि इस मामले की जांच में पुलिस की तरफ से भारी चूक की गई है।”
इसमें कहा गया कि अन्य बातों के साथ ही यादव और उनके परिवार के सदस्यों ने एक महत्वपूर्ण तथ्य का जिक्र किया है कि सुनील यादव की पत्नी और उनकी 22 वर्षीय दिव्यांग बहन का शव निर्वस्त्र पाया गया था।
पत्र में आरोप लगाया गया, ”दिव्यांग युवती के गुप्तांग से खून निकल रहा था, जिससे पीड़ित परिवार के हवाले से इस बात का ठोस संदेह पैदा होता है कि दोनों पीड़िताओं का हत्या से पहले बलात्कार किया गया था।”
भाषा शफीक माधव
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