चंडीगढ़, 22 अप्रैल (भाषा) पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण किया और कहा कि पार्टी को मजबूत करने और चुनौतियों का सामना करने के लिए पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को ”अनुशासन, समर्पण और संवाद” का पालन करना होगा।
अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशु के साथ राज्य के कांग्रेस भवन में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में यहां एक सादे समारोह में कार्यभार संभाला।
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ”सोच” और ”विचार” है जिसका अंत नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए अनुशासन जरूरी है, अगर किसी व्यक्ति या पार्टी में अनुशासन नहीं है तो वह आगे नहीं बढ़ सकती।
वडिंग ने कहा, ”अगर हमें सफलता की ओर बढ़ना है तो हमें अपने जीवन में इन तीनों डी( अनुशासन, समर्पण और संवाद) को अपनाना होगा।”
अमरिंदर सिंह वडिंग ने कहा, ”अगर मैं अपनी रणनीति खुद बनाता हूं, तो मुझे लगता है कि हम सफलता की ओर नहीं बढ़ सकते।”
उन्होंने कहा, ”न केवल किसी पार्टी में बल्कि व्यवसाय में भी, यदि आप सहकर्मियों के साथ संवाद करते हैं या टीम वर्क करते हैं, तो आप सफल होंगे।”
बाद में एक ट्वीट में, वडिंग ने कहा, ”पार्टी को मजबूत करने के लिए ‘अनुशासन’, ‘समर्पण’ और ‘संवाद’ मेरा थ्री-डी मंत्र होगा।”
समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी, पंजाब कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा, विधायक सुखपाल खैरा, तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुखबिंदर सरकारिया, सांसद मनीष तिवारी, जसबीर डिंपा और पार्टी के अन्य नेता शामिल थे।
कांग्रेस नेता सिद्धू पार्टी कार्यालय आए लेकिन अन्य नेताओं के साथ मंच साझा नहीं किया। वहीं, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी कहीं नजर नहीं आए।
वडिंग ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित पार्टी नेतृत्व को उन्हें पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने के लिए धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि हाल ही में पांच राज्यों में हुए चुनाव में पार्टी की हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य कांग्रेस प्रमुखों से इस्तीफा देने को कहा था।
भाषा फाल्गुनी नरेश
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