नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन यह चिंताजनक स्थिति नहीं है क्योंकि अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की दर कम है।
जैन ने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि चेहरे पर मास्क लगाना जरूरी है, भले ही ऐसा नहीं करने पर लगने वाला जुर्माना वापस ले लिया गया हो।
बुधवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक महत्वपूर्ण बैठक होगी जिसमें मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना लगाने पर विचार किये जाने की उम्मीद है।
जैन ने कहा कि दिल्ली में संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन हमने 100 प्रतिशत टीकाकरण किया है और बड़ी संख्या में लोग पहले ही (कोरोना) वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा, अस्पताल में संक्रमितों के भर्ती होने की दर कम है। इसलिए, यह चिंताजनक स्थिति नहीं है। हम इस पर नजर रखे हुए हैं।’’
बच्चों में कोविड-19 के मामलों की बढ़ती संख्या के बारे में पूछे जाने पर, मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पहले ही एक परामर्श जारी कर स्कूलों से कहा है कि यदि कोई छात्र या शिक्षक कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो कुछ दिनों के लिए उन विशिष्ट कक्षाओं को बंद कर दिया जाना चाहिये जहां छात्र पढ़ते हैं या शिक्षक पढ़ाते हैं।
शहर के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में रविवार को कोविड के 517 नये मामले सामने आये जो इससे पिछले दिन की तुलना में 56 अधिक थे। शहर में संक्रमण दर 4.21 प्रतिशत थी, और इससे किसी मरीज की मौत नहीं हुयी है ।
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों और संक्रमण दर में वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि, रविवार को संक्रमण दर घटकर 4.21 प्रतिशत रह गई, जो शनिवार को 5.33 प्रतिशत थी।
रविवार को जारी स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन में बताया गया कि दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए 9,735 बिस्तर हैं जिनमें से 66 (0.68 फीसदी) भरे हुए हैं।
भाषा रंजन रंजन मनीषा
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