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Wednesday, 20 November, 2024
होमदेशतेजप्रताप के 'इस्तीफे' की धमकी के बाद बिहार में राजनीति बयानबाजी शुरू

तेजप्रताप के ‘इस्तीफे’ की धमकी के बाद बिहार में राजनीति बयानबाजी शुरू

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पटना, 25 अप्रैल (भाषा) राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव द्वारा सोमवार को ”इस्तीफा” देने का इरादा जताये जाने के बाद बिहार में मंगलवार को राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई।

लालू के छोटे पुत्र और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने पत्रकारों द्वारा इस प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मामले की जांच की जाएगी।

वहीं, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन, जिसके लिए राजद खेमे में कलह हमेशा एक अच्छी खबर होती है, ने इसे ”राजनीतिक नाटक” करार दिया और संदेह जताया कि तेजप्रताप अपने बयान से पलटी मार जाएंगे।

बिहार की हसनपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले तेजप्रताप ने सोमवार रात को ट्वीट कर कहा था कि वह अपना इस्तीफा अपने पिता को सौंपेंगे। लालू यादव चारा घोटाले मामले में फिलहाल जेल में हैं।

हालांकि, तेजप्रताप ने यह उल्लेख नहीं किया कि क्या वे पार्टी की सदस्यता छोड़ेंगे या विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे अथवा दोनों से इस्तीफा देंगे?

तेजप्रताप यादव के यह ट्वीट ऐसे समय में सामने आया है, जब राजद की युवा इकाई के एक नेता ने उन पर कथित दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। राजधानी पटना स्थित राजद मुख्यालय में सोमवार को पार्टी की युवा शाखा के एक पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि वह राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के कथित दुर्व्यवहार के विरोध में इस्तीफा दे रहे हैं।

युवा राजद की नगर इकाई के प्रमुख रामराज यादव ने आरोप लगाया कि तेजप्रताप ने शुक्रवार को उनकी मां राबड़ी देवी के घर के अंदर अपने समर्थकों की मदद से उन्हें निर्वस्त्र किया, पीटा और गाली दी।

पत्रकारों ने जब रामराज द्वारा तेजप्रताप पर लगाए गए आरोपों के बारे में तेजस्वी यादव से सवाल किया तो उन्होंने कहा, ”हम इस मामले को दिखवा लेंगे।”

तेजप्रताप द्वारा इस्तीफा दिये जाने का इरादा जताने से जुड़े सवाल पर तेजस्वी ने कहा, ”हम किसी एक व्यक्ति के ट्वीट या बयानों पर तब तक कुछ नही कह सकते, जब तक वे पार्टी के उपयुक्त मंच पर नहीं कही गई हों।”

इस बीच, राज्य सरकार में मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन नबीन ने कहा कि यह सब उनके (तेजप्रताप) पिता द्वारा स्थापित दल में उन्हें अलग-थलग करने के सत्य को बयां करता है।

उन्होंने आरोप लगाया, ”इस बात को सभी जानते हैं कि तेजप्रताप को उनके छोटे भाई द्वारा अलग-थलग किया गया है। अगर वह छोड़ना चाहते हैं तो अच्छी बात है। हालांकि, वह चाहते हैं कि उन्हें गंभीरता से लिया जाए तो उन्हें इस पर कदम उठाना चाहिए। गीदड़ भभकी काम नहीं करेगी।”

वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि बिहार की जनता को विपक्षी दल के ”नाटक” से सतर्क रहना चाहिए।

झा ने कहा, ” इस नाटक का कोई अंत नहीं है। हमे नहीं पता कि तेजप्रताप कल सुबह उठें और दुनिया को कहें कि वह मजाक कर रहे थे। राजद ऐसा दल है, जिसे लोगों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।”

भाषा शफीक माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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