नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) कंबोडिया में ता प्रोहम मंदिर के जीर्णोद्धार का तीसरा चरण 2025 तक पूरा होने की संभावना है। परियोजना से जुड़े भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इसकी जानकारी दी।
कंबोडिया में एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे बिरला ने शनिवार को अंगकोर वाट और ता प्रोहम मंदिरों का दौरा किया।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों ने लोकसभा अध्यक्ष को मंदिर परिसर में किए जा रहे जीर्णोद्धार कार्यों की जानकारी दी।
लोकसभा सचिवालय ने एक बयान में कहा, ‘बिरला को बताया गया कि एएसआई ने पहले दो चरणों का काम पूरा कर लिया है। तीसरे चरण के 2025 तक पूरा होने की संभावना है।’
बिरला ने ता प्रोहम में जीर्णोद्वार कार्य में शामिल एएसआई अधिकारियों को समर्पण की भावना के साथ काम करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, ‘जीर्णोद्धार कार्य में एएसआई की भागीदारी सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है। ऐसे में इस काम के लिए एएसआई पर जो भरोसा जताया गया है उसका पूरा सम्मान किया जाना चाहिए।’
अंगकोर वाट में, बिरला ने मंदिर को दुनिया के महान सांस्कृतिक आश्चर्यों में से एक के रूप में बताया।
मंदिर की वास्तुकला की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह भारत और कंबोडिया की साझा सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।
भाषा नेत्रपाल माधव
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