श्रीनगर, 13 मई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा जिले में शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को मार गिराया। इन आतंकियों ने हाल में कश्मीर में घुसपैठ की थी और ये दोनों बडगाम में एक दिन पहले हुई कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या की घटना में शामिल थे। पुलिस ने यह जानकारी दी।
जम्मू कश्मीर के बडगाम में सरकारी नौकरी करने वाले कश्मीरी पंडित राहुल भट की लश्कर ए तैयबा के आतंकवादियों ने बृहस्पतिवार को हत्या कर दी थी।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि आतंवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर में बांदीपुरा के बरार में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया।
उन्होंने कहा कि छिपे हुए आतंकियों द्वारा सुरक्षाबलों पर गोलीबारी किए जाने के बाद तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया और जवानों ने जवाबी कार्रवाई की।
अधिकारी ने बताया कि दोनों ओर से हुई गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए।
प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षाबलों द्वारा लश्कर के एक स्थानीय आतंकवादी लतीफ राठेर उर्फ ओसामा पर नजर रखे जाने के दौरान उक्त दोनों आतंकी भी सुरक्षा एजेंसियों की नजरों में आ गए।
उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पहले बांदीपुरा के शांलिदर इलाके में राठेर की गतिविधियों की पुष्टि हुई थी जोकि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने वाले नए आतंकियों को लेने गया था।
प्रवक्ता ने कहा कि दोनों आतंकी बुधवार को शालिंदर वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में बच निकलने में कामयाब हो गए थे। उन्होंने कहा कि पुलिस का एक दल इन पर लगातार निगरानी रख रहा था और तकनीकी सर्विलांस के जरिये बडगाम के चडूरा इलाके में इनकी मौजूदगी की पुष्टि हुई जहां बृहस्पतिवार को कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या हुई थी।
प्रवक्ता ने कहा कि मारे गए आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी नागरिक फैसल उर्फ सिकंदर और उकाशा के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि राठेर की तलाश जारी है।
इससे पहले दिन में कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा था कि बरार में घेरे गए आतंकी पाकिस्तानी हैं और लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं जिन्होंने हाल में कश्मीर में घुसपैठ की थी। उन्होंने कहा कि ये आतंकी बुधवार को शालिंदर वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में बच निकलने में कामयाब हो गए थे।
भाषा शफीक नेत्रपाल
नेत्रपाल
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