नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा) महापौर शैली ओबेरॉय ने सोमवार को कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) गाजीपुर ‘लैंडफिल’ स्थल (कचरा एकत्रित करने की जगह) पर लगी आग की जांच शुरू करेगा।
इससे पहले, दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने भी कहा था कि गाजीपुर ‘लैंडफिल’ स्थल में लगी आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी।
ओबेरॉय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “ फिलहाल हम (गाजीपुर लैंडफिल) स्थल के ठंडा होने का इंतजार कर रहे हैं। हम आग के कारणों की तफ्तीश करने के लिए जांच बिठाएंगे। जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।”
पूर्वी दिल्ली में स्थित गाजीपुर लैंडफिल स्थल पर रविवार की शाम भीषण आग लग गई थी। वहीं, अधिकारियों ने बताया कि ऐसा अनुमान है कि गर्म और शुष्क मौसम के कारण गाजीपुर ‘लैंडफिल साइट’ में आग लगी है।
आग लगने के बाद स्थानीय निवासी सांस लेने में परेशानी का सामना करने के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।
कई निवासियों ने ‘पीटीआई वीडियोज’ को बताया कि धुएं के कारण उन्हें सांस लेने में कठिनाई के साथ-साथ आंखों में जलन भी हो रही है।
दिल्ली सरकार ने अपने पर्यावरण विभाग को आग के कारणों पर 48 घंटे के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। साथ ही गर्मी के मौसम में ऐसे लैंडफिल स्थलों पर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एक कार्य योजना भी प्रस्तुत करने को कहा है।
ओबेरॉय ने दिन में लैंडफिल साइट का दौरा किया और दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, गाजीपुर ‘लैंडफिल स्थल’ में आग अब भी लगी हुई है और आग बुझाने के लिए दमकल की 20 से अधिक गाड़ियां मौके पर तैनात हैं।
पुलिस के अनुसार, आग लगने के बाबत गाजीपुर थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) और 278 (वातावरण को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बनाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
भाषा नोमान दिलीप
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