बेंगलुरु, 22 मई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित करने में देश में राज्य की नंबर एक स्थिति होने का दावा करते हुए स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को रवाना हुए।
बोम्मई ने इस यात्रा से और नवंबर में आयोजित होने वाली ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट’ के दौरान कर्नाटक में और अधिक निवेश आकर्षित करने के बारे में विश्वास व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री दावोस के लिए राज्य के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें उद्योग मंत्री मुरुगेश निरानी, सूचना प्रौद्योगिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री सी एन अश्वथ नारायण और शीर्ष अधिकारी शामिल हैं।
बोम्मई ने दावोस रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘सोमवार से सत्र वहां (डब्ल्यूईएफ) शुरू होगा। सोमवार को एक सत्र है और 24 मई को दूसरा सत्र है, हम दोनों में भाग लेंगे। हम वहां विश्व के कई नेताओं और उद्योगपतियों से मिलेंगे।’’
उन्होंने कहा कि अंतिम तिमाही में भारत में सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है, जो अच्छी खबर है। बोम्मई ने कहा, ‘‘पिछली चार तिमाहियों की तरह कर्नाटक इसमें नंबर एक पर है। इस तिमाही के दौरान भी कर्नाटक ने सबसे अधिक एफडीआई प्राप्त किया है। इसलिए, हमें विश्वास है कि कई विदेशी और भारतीय उद्योग कर्नाटक में निवेश करने के इच्छुक हैं। हमें नवंबर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के दौरान अच्छी प्रतिक्रिया मिलने का विश्वास है।’’
मुख्यमंत्री के तौर पर बोम्मई का विदेश का यह पहला दौरा होगा। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वह दावोस की यात्रा करेंगे या नहीं। बोम्मई के पूर्ववर्ती बी एस येदियुरप्पा जनवरी 2020 में दावोस सम्मेलन में हिस्सा लेने गए थे।
भाषा आशीष नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.