बेंगलुरू, 26 अप्रैल (भाषा) हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने मंगलवार को कहा कि उसने सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों के लिहाज से लंबी दूरी के दोहरे बैंड वाली इन्फ्रा-रेड तलाशी और निगरानी प्रणाली (आईआरएसटी) के सह-उत्पादन के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के साथ समझौता किया है।
‘मेक इन इंडिया’ पहल के रूप में रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया (डीएपी) 2020 की मेक-2 प्रक्रिया के तहत समझौते पर हस्ताक्षर किये गये।
एचएएल ने विज्ञप्ति में कहा कि प्रस्तावित प्रणाली भारतीय वायु सेना की उत्कृष्टता का विस्तार करेगी। इसमें कहा गया कि प्रौद्योगिकी के लिहाज से महत्वपूर्ण आईआरएसटी प्रणाली के विकास के लिए रक्षा क्षेत्र के दो सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) के साथ आने से इस क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना को गति मिलेगी।
भाषा वैभव उमा
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