नयी दिल्ली, छह मई (भाषा) अशोका विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने कुलपति से मांग की है कि वह गाजा में इजराइल द्वारा की गई जा रही सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर वहां के तेल अवीव विश्वविद्यालय से सभी तरह का शक्षैणिक और अनुसंधान सहयोग समाप्त करें।
अशोका विश्वविद्यालय के निर्वाचित छात्र निकाय ने कुलपति को लिखे पत्र में कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा मानवाधिकार उल्लंघन में संलिप्त संस्थान के साथ सहयोग मानवाधिकार और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को कमतर करता है।
पत्र में कहा गया, ‘‘हम फलस्तीन में जारी नरसंहार को लेकर चिंतित है, गाजा में इजराइल के युद्ध से कम से कम 34,596 फलस्तीनी मारे गए हैं और 77,816 लोग घायल हुए हैं। इजराइली सेना की क्रूरता जारी है…इसलिए विभिन्न विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी अपने-अपने संस्थानों से इजराइली विश्वविद्यालयों का बहिष्कार करने और गाजा युद्ध के मुद्दे पर संवाद की मांग कर रहे हैं।’’
छात्र संगठन ने पत्र में कहा, ‘‘कोलंबिया विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालयों में शिविरों के रूप में चल रहे विरोध प्रदर्शन की भावना और परिणाम जीवंत उदाहरण हैं।’’
विद्यार्थियों ने दावा किया कि हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका विश्वविद्यालय की तेल अवीव विश्वविद्यालय के साथ अनुसंधान में साझेदारी है और शिक्षकों और विद्यार्थियों का आदान-प्रदान होता है, अनुसंधान में सहयोग, अल्पकालिक अध्ययन अवसर के साथ संयुक्त पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं।
पत्र में कहा गया, ‘‘तेल अवीव विश्वविद्यालय की गतिविधियों के संबंध में पेश सबूत के मद्देनजर हम अपने संस्थान से मांग करते हैं कि वह मुद्दे का समाधान होने तक तेल अवीव संस्थान से अपने संबंध समाप्त कर दे।’’
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