नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) दिल्ली और एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (डीएसईयू) ने सोमवार को कहा कि वह अगले अकादमिक वर्ष से स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिये संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईडी) के अंकों को ”निश्चित” महत्व देने पर विचार करेगा।
साल 2020 में स्थापित डीएसईयू ने इस शैक्षणिक वर्ष में सीयूईटी को नहीं अपनाया है और पीईजी नामक परीक्षा के आधार पर छात्रों को दाखिला दे रहा है।
डीएसईयू की कुलपति निहारिका वोहरा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय इस शैक्षणिक वर्ष में सीयूईटी के माध्यम से छात्रों को स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों में दाखिला नहीं देगा।
उन्होंने कहा, ”इस साल, हम सीयूईटी को नहीं अपना रहे क्योंकि हमारे हिसाब से देर हो चुकी है। (यूजी पाठ्यक्रमों के लिए) प्रवेश प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। हम अगले सीयूईटी को एक निश्चित महत्व देने पर विचार करेंगे।”
हालांकि, विश्वविद्यालय ने अभी यह तय नहीं किया है कि सीयूईटी स्कोर को कितना वेटेज दिया जाएगा।
भाषा जोहेब उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.