नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) केंद्रीय सचिवालय सेवा (सीएसएस) अधिकारी संघ ने अपनी पदोन्नति में देरी को लेकर बुधवार से ‘असहयोग आंदोलन’ चलाने की चेतावनी दी है और दावा किया कि पदोन्नति नहीं होने से उन्हें अपूरणीय आर्थिक नुकसान हो रहा है।
सीएसएस अधिकारियों के संघ सीएसएस फोरम ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सचिव को पत्र लिखकर उन्हें अपने प्रस्तावित आंदोलन के बारे में सूचना दी है तथा 15 मई, 2022 से पहले पात्र कर्मचारियों के संदर्भ में पदोन्नति का आदेश जारी करने की मांग की है।
पत्र के अनुसार कि 30 अप्रैल को हुई एक बैठक में आम-सहमति से निर्णय लिया गया कि सीएसएस के सभी अधिकारियों के पास अब केवल असहयोग आंदोलन का उपाय बचा है जो 4 मई, 2022 से शुरू होने जा रहा है।
पत्र में लिखा गया है कि सीएसएस के जो अधिकारी हमारे देश की बेहतरी के लिए रोजाना देर तक बैठकर काम करते हैं, वे दफ्तर के सामान्य समय शाम 5:30 बजे के बाद काम नहीं करेंगे।
संघ ने दो मई को लिखे पत्र में कहा, ‘‘सीएसएस के अधिकारी अनेक रिक्तियां होने की वजह से काम के बोझ से लदे हैं और एक सीएसएस अधिकारी कम से कम चार अधिकारियों का काम कर रहा है। वे अब सख्ती से कार्यालय प्रक्रिया के मैनुअल का ही पालन करेंगे।’’
भाषा वैभव पवनेश
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