नयी दिल्ली, छह मई (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को दावा किया कि तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को पंजाब पुलिस ने राज्य में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा भड़काने की कोशिश करने के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पार्टी ने भाजपा के प्रतिशोध के आरोप को खारिज कर दिया।
एक ओर, आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर 29 अप्रैल को पटियाला में हुई झड़पों का जिक्र किया, तो दूसरी ओर पंजाब पुलिस ने कहा कि उसने दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता बग्गा को एक अप्रैल को मोहाली में दर्ज एक मामले के संबंध में राष्ट्रीय राजधानी में उनके आवास से गिरफ्तार किया है।
एक अप्रैल की प्राथमिकी में 30 मार्च की बग्गा की उस टिप्पणी का जिक्र है, जो उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर भाजपा की युवा शाखा के विरोध प्रदर्शन के दौरान की थी।
भारद्वाज ने पंजाब पुलिस की कार्रवाई का बचाव करते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य की पुलिस ने पिछले महीने बग्गा के खिलाफ मामला दर्ज किया था जब उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से “राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और हिंसा भड़काने की कोशिश की” थी।
भारद्वाज ने आरोप लगाया, ”इस तरह के बयानों के कारण, पंजाब पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की और अब बग्गा को गिरफ्तार कर लिया। उनके बयान सांप्रदायिक थे। भाजपा से जुड़े बहुत से लोग पटियाला में हिंसा भड़काने के प्रकरण में शामिल थे।”
एक अप्रैल की प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई थी, जिसमें 153-ए (धर्म, जाति, स्थान आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना), 505 (अफवाहबाजी) और 506 (आपराधिक धमकी) शामिल हैं।
बग्गा ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अपने ट्वीट के लिए दिल्ली और पंजाब दोनों में सत्तारूढ़ आप के निशाने पर थे।
बग्गा की गिरफ्तारी के बाद, भाजपा ने पंजाब पुलिस पर उनका ”अपहरण” करने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक नेता अरविंद केजरीवाल राज्य पुलिस के माध्यम से बदला ले रहे हैं।
भारद्वाज ने पलटवार करते हुए कहा कि पंजाब पुलिस ने बग्गा को इसलिये गिरफ्तार किया क्योंकि वह पांच समन भेजे जाने के बावजूद जांच में शामिल नहीं हुए।
भाजपा के प्रतिशोध के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ”प्रतिशोध की कोई बात नहीं है। पंजाब पुलिस निष्पक्ष रूप से अपना काम कर रही है।”
आप प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा बग्गा की गिरफ्तारी के पीछे राजनीति और प्रतिशोध को देखती है क्योंकि वह राजनीतिक लाभ के लिए राज्य मशीनरी का ‘दुरुपयोग’ कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया, ”यह भाजपा का तौर-तरीका है, किसी अन्य राजनीतिक दल का नहीं।”
भारद्वाज ने कहा, ”भाजपा हमेशा अपने फायदे के लिए राज्य मशीनरी का दुरुपयोग करती रही है। जब चुनाव होते हैं, ईडी और आई-टी द्वारा छापेमारी, एनआईए का सम्मन और पुलिस द्वारा गिरफ्तारियां काफी आम हैं।”
बाद में एक बयान में, कालकाजी से विधायक आतिशी ने दावा किया कि पंजाब पुलिस ने दिल्ली पुलिस को सूचित करने के लिए “उचित प्रक्रिया” का पालन किया था, ”लेकिन भाजपा- और (गृह मंत्री) अमित शाह नियंत्रित दिल्ली पुलिस ने भाजपा से संबंधित एक अपराधी बग्गा को बचाने के लिए पंजाब पुलिस टीम को अवैध रूप से हिरासत में लिया।”
उन्होंने (आतिशी) दावा किया, ”जब पंजाब पुलिस का एक दल दिल्ली पुलिस को सतर्क करने के लिए जनकपुरी थाने पहुंचा तो उन्हें अवैध रूप से हिरासत में लिया गया।”
पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद, बग्गा को पंजाब ले जाते समय हरियाणा में रोक दिया गया और दिल्ली पुलिस द्वारा वापस राष्ट्रीय राजधानी में लाया गया।
भाषा फाल्गुनी प्रशांत
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