प्रयागराज, 26 अप्रैल (भाषा) जिले के गंगापार थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में बीते शुक्रवार की रात एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में पुलिस को घुमंतू गिरोह का हाथ होने का शक है और पुलिस उस दिशा में काम कर रही है।
विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को अभी तक जांच में इस घटना के पीछे किसी दुश्मनी, संपत्ति का विवाद या घरेलू विवाद कारण नहीं दिखा है और पुलिस को संदेह है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश या बिहार के घुमंतू गिरोह का इस घटना के पीछे हाथ हो सकता है।
इसी तरह की पिछली घटनाओं में अपराध के तरीके का विश्लेषण करने पर पुलिस को कुछ संकेत मिले हैं और उसने कुछ ऐसे गिरोहों की पहचान की है जो इसी तरह से घटनाओं को अंजाम देते हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस की एक टीम बिहार भेजी गई है। उन्होंने बताया कि बिहार के एक जिले का घुमंतू गिरोह प्रयागराज के गंगापार में हत्या, लूट, दुष्कर्म जैसी कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष इस गिरोह के कई सदस्य पकड़े गए थे।
थरवई की इस घटना के बाद प्राथमिकी में दुराचार की धाराएं ना जोड़े जाने पर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुराचार के संबंध में अभी तक कोई पुष्टिकारक साक्ष्य नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि हालांकि महिला मृतकों के शरीर से स्वैब एकत्र कर इन्हें एफएसएल भेजा गया है और इस संबंध में सच्चाई का पता जल्द लगा लिया जाएगा।
रविवार को तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने खेवराजपुर गांव का दौरा करके पीड़ित परिवार को सांत्वना दी थी। वहीं समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी गांव का दौरा किया और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनकी मदद का आश्वासन दिया। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस मुद्दे को विधानसभा से लेकर संसद तक में उठाने की बात कही।
उल्लेखनीय है कि बीते शुक्रवार की रात खेवराजपुर गांव में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। मृतकों में दो वर्ष की एक बच्ची समेत चार महिलाएं शामिल थीं।
भाषा राजेंद्र अमित
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