नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) कांग्रेस ने राजस्थान में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक सहित उन राज्यों में नफरत फैलाने का आरोप लगाया, जहां विधानसभा चुनाव होने हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा ने राजस्थान के साथ-साथ गुजरात, हिमाचल, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में भी ‘‘एक भयावह और घृणित एजेंडा शुरू किया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि अब उत्तर प्रदेश या उत्तराखंड में कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं होगा क्योंकि वहां चुनाव हो चुके हैं और भाजपा ने अपना एजेंडा पूरा कर लिया है।
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उनका एजेंडा लोगों को बेवकूफ बनाना है। उनका एजेंडा लोगों को बांटना है। उनका एजेंडा हमेशा हिंदू-मुसलमान, श्मशान-कब्रिस्तान की राजनीति करना है। उनका एजेंडा धार्मिक और सांप्रदायिक विभाजन को सबसे आगे रखना है ताकि महंगाई, बेरोजगारी, प्रगति और विकास के मुद्दे कूड़ेदान में चले जाएं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे चाहते हैं कि हिंदू और मुसलमान लड़ें ताकि कोई भी (नरेंद्र) मोदी जी से यह नहीं पूछे कि ‘आपके वादे के अनुसार हर खाते में 15 लाख रुपये कहां हैं।’ वे चाहते हैं कि हिंदू और मुसलमान चुनावी राज्यों में लड़ें ताकि लोग मोदी सरकार के शासन के दौरान आठ साल में सालाना 2 करोड़ नौकरियां और 16 करोड़ नौकरियां सृजित करने के उनके वादे पर कोई सवाल नहीं करें।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा चाहती है कि हिंदू-मुसलमान लड़ें ताकि दाल, खाद्य पदार्थ, आटा, सब्जियां, दूध और खाद्य तेल की कीमतों पर कोई सवाल नहीं पूछा जाए तथा ये सभी मुद्दे दब जाएं।
उन्होंने सभी देशवासियों, विशेषकर गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक राज्य के लोगों से भाजपा सरकार के सांप्रदायिक विभाजन, नफरत और ध्रुवीकरण के एजेंडा के झांसे में नहीं आने की अपील की।
सुरजेवाला ने जनता का ध्यान भाजपा के एक विधायक की टिप्पणी की ओर भी दिलाया, जिन्होंने कहा था कि अगर सड़क पर गड्ढे हैं और लोग चल नहीं सकते हैं, तो उन्हें कहना चाहिए कि ‘‘गड्ढों या विकास की कमी पर ध्यान नहीं दें और कहें – हम एक हिंदू राष्ट्र हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू धर्म मानवता है। हिंदू धर्म करुणा है। हिंदू धर्म सभी धर्मों के लिए सम्मान है। हिंदू धर्म विभाजन का जरिया नहीं है। केवल गोडसे के बच्चे या गोडसे के उत्तराधिकारी आपको हिंदू धर्म के सिद्धांतों का अनादर और अपमान करके (हिंदू धर्म की) ऐसी विकृत व्याख्या दे सकते हैं।’’
भाषा अमित सुभाष
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