नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त के रूप में कार्यरत मृत्युंजय कुमार नारायण की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति अगस्त 2026 तक बढ़ा दी गई है।
इससे उनके लंबे अरसे से लंबित दशकीय जनगणना की कवायद को पूरा करने के लिए टीम का नेतृत्व करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
नारायण 1995 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। वह 2020 से केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन प्रमुख पद (महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त) पर कार्यरत हैं।
एक आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक, “राष्ट्रपति आईएएस अधिकारी (उप्र:1995) मृत्युंजय कुमार नारायण, महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त, गृह मंत्रालय की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की अवधि छह दिसंबर, 2024 से बढ़ाकर चार अगस्त, 2026 तक या अगले आदेश तक (जो भी पहले हो) करके खुश हैं। मृत्युंजय कुमार नारायण का मुख्यालय नयी दिल्ली में होगा।”
देशभर में जनगणना का मकान सूचीकरण चरण और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) को अद्यतन करने की कवायद एक अप्रैल से 30 सितंबर, 2020 तक की जानी थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
जनगणना का काम अभी भी रुका हुआ है और सरकार ने फिलहाल नये कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है। उम्मीद है कि सरकार जल्द ही जनगणना के कार्यक्रम की घोषणा करेगी।
लंबे अरसे से अटकी दशकीय जनगणना की कवायद को शुरू किए जाने की संभावनाओं पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अगस्त में कहा था कि “यह अभ्यास उचित समय पर किया जाएगा और एक बार निर्णय लेने के बाद मैं खुद घोषणा करूंगा कि इसे कैसे किया जाएगा।”
भाषा पारुल माधव
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