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हैदराबाद, 30 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के 75वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर उनकी जीवन यात्रा पर आधारित तीन पुस्तकों का रविवार को विमोचन किया और आपातकाल के खिलाफ लड़ाई और केंद्रीय मंत्री तथा उपराष्ट्रपति के रूप में उनके योगदान को याद किया।
उन्होंने हाल में आपातकाल की 50वीं बरसी मनाए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि नायडू आपातकाल के खिलाफ लड़ाई के दौरान लगभग 17 महीने जेल में भी रहे थे।
मोदी ने आरोप लगाया कि देश के संविधान की छवि को धूमिल करके कांग्रेस ने आपातकाल लगाया था।
मोदी ने दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पुस्तकों का विमोचन किया।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि वह खुश हैं कि उन्हें पुस्तकों का विमोचन करने का अवसर मिला और उन्होंने विश्वास जताया कि पूर्व उपराष्ट्रपति की जीवनी लोगों को प्रेरित करेगी।
उन्होंने कहा कि उनके समेत पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं को नायडू से सीखने का अवसर मिला है।
मोदी ने कहा कि किसान का बेटे होने से लेकर केंद्रीय मंत्री और उपराष्ट्रपति जैसे उच्च पदों पर आसीन होने तक नायडू का सफर कई अनुभवों से भरा है।
उन्होंने कहा कि नायडू ने पार्टी में वरिष्ठ होने के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कैबिनेट में ग्रामीण विकास मंत्रालय का कार्यभार संभाला, क्योंकि वह गांवों, किसानों और गरीबों की सेवा करना चाहते थे।
मोदी ने कहा कि उनके कैबिनेट में शहरी विकास मंत्री रहे नायडू ने स्वच्छ भारत मिशन और स्मार्ट सिटी मिशन सहित कई पहल शुरू करने में अहम योगदान दिया।
प्रधानमंत्री ने जिन पुस्तकों का विमोचन किया, उनमें पूर्व उपराष्ट्रपति की जीवनी ‘‘वेंकैया नायडू – लाइफ इन सर्विस’’, ‘‘सेलेब्रेटिंग भारत – द मिशन एंड मैसेज ऑफ श्री एम. वेंकैया नायडू एज थर्टीन्थ वाइस प्रेजीडेंट ऑफ इंडिया’’ और तेलुगु में चित्र वृत्तांत ‘‘महानेता – लाइफ एंड जर्नी ऑफ श्री एम वेंकैया नायडू’’ शामिल हैं।
हैदराबाद में पुस्तक के विमोचन के अवसर पर वेंकैया नायडू, कई अन्य नेता व प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं।
नायडू ने पुस्तकों के विमोचन के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया।
भाषा शफीक दिलीप प्रशांत
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