नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने पिछले 18 माह में आतंकवाद और जाली भारतीय मुद्रा (एफआईसीएन) समेत अन्य मामलों में 100 से अधिक आरोपियों के खिलाफ दोष साबित करने में सफलता हासिल की है। एनआईए ने यह जानकारी दी।
आतंकवाद रोधी एजेंसी ने 2023 में 27 मामलों में 79 आरोपियों के खिलाफ दोष साबित किया था। इसके बाद 2024 की पहली छमाही में एनआईए की विशेष अदालतों द्वारा छह मामलों में 26 लोगों को दोषी ठहराया गया।
इसके साथ ही वर्ष 2019 से जून 2024 तक एनआईए से संबंधित विभिन्न मामलों में 354 आरोपियों को दोषी ठहराया जा चुका है।
एजेंसी की ओर से जारी किए गए एक बयान के अनुसार, इस अवधि के दौरान एनआईए की विशेष अदालतों द्वारा कुल 103 मामलों में दिए गए फैसलों में से 100 में दोषसिद्धि हुई है।
जनवरी 2023 से अब तक एफआईसीएन से जुड़े मामलों में अधिकतम 18 दोषसिद्धि हुई हैं।
आंतकी समूह ‘आईएसआईएस’ से जुड़े मामलों में 15 आरोपियों को दोषी ठहराए जाने के बाद सजा सुनाई गई, जिससे पता चलता है कि विभिन्न राज्यों में अपने मॉड्यूल के माध्यम से भारत में पैर पसारने के आतंकी समूह के प्रयासों पर एनआईए ने कड़ा प्रहार किया है।
इसमें कहा गया, ‘‘वैज्ञानिक तरीकों से की गई सावधानीपूर्वक जांच के दम पर एनआईए पिछले 18 माह के दौरान 33 मामलों में 105 आरोपियों के खिलाफ दोष साबित करने में कामयाब हुई है।’’
बयान में कहा गया है, ‘‘भारत की सुरक्षा और अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध एनआईए अपनी जांच क्षमता को लगातार बढ़ा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अदालतों में दायर आरोपपत्रों में किसी भी तरह के साक्ष्यों की कमी के कारण एक भी दोषी बच न पाये।’’
भाषा खारी मनीषा
मनीषा
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