लखनऊ, 11 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश विधानसभा के आगामी 23 मई से शुरू होने वाले सत्र की कार्यवाही डिजिटल होगी, जिसमें प्रत्येक विधायक की सीट निर्धारित होगी और उस पर टैबलेट लगा होगा।
विधानसभा के इस डिजिटल अभियान को ‘ई विधान’ नाम दिया गया है।
सदन की कार्यवाही का लाइव प्रसारण यूट्यूब-फेसबुक के माध्यम से किया जाएगा। अभी तक यह प्रसारण उप्र दूरदर्शन पर किया जाता था।
विधानसभा में ‘ई-विधान’ को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना द्वारा बुधवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में बजट सत्र से ई-विधान लागू करने को लेकर चर्चा हुई।
महाना ने सभी दलों के नेताओं को विधानसभा ले जाकर ई-विधान प्रक्रिया के क्रियान्वयन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। महाना ने बताया कि सभी पार्टियों के विधानमंडल दल के नेताओं ने इस ई विधान के बारे में प्रशंसा की।
बाद में पत्रकार वार्ता में महाना ने बताया कि विधानसभा मंडप में 37 सीट बढ़ाकर 416 सीट की गई है। सभी विधायकों को अपनी निर्धारित सीट से ही भाषण देना होगा और सवाल पूछने होंगे। विधानसभा में पूछे गये सभी लिखित प्रश्न और उनके उत्तर विधायकों को उनके स्थान पर ही टैबलेट पर ऑनलाइन मिलेगा। राज्यपाल का अभिभाषण और बजट भी ‘ई विधान’ पर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार के सभी विभागों को भी अगले सत्र तक ‘ई विधान’ से जोड़ा जाएगा, ताकि सभी सूचनायें ऑनलाइन प्राप्त हो सकें।
निकट भविष्य में देश भर की सभी विधानसभाओं को एक पोर्टल से जोड़ने का काम होगा ।
उन्होंने बताया कि विधानसभा के अगले सत्र से मीडिया दीर्घा में भी ‘ई विधान’ की व्यवस्था होगी।
महाना ने बताया कि इस बार के विधानसभा सत्र में सदन की कार्यवाही का एजेंडा और लिखित सवाल-जवाब कागज और टैबलेट दोनों पर उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि विधानसभा सदस्यों के सवाल भी टैब पर होंगे और उनके जवाब भी सत्र के दिन सुबह साढ़े दस बजे तक उनके टैब में आ जाएंगे,
लेकिन अगले सत्र तक विधानसभा को कागजरहित बना दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में 403 विधायक हैं, लेकिन सदन में अब 416 सीटें होंगी। इस बाबत महाना ने बताया कि मंत्रिमंडल में कई सदस्य विधानपरिषद के सदस्य होते हैं और उन्हें विधायकों के सवालों के जवाब देने होते हैं, इसलिए अब उनके बैठने के लिए सीट बढ़ा दी गयी है।
उन्होंने बताया कि 20 और 21 मई को नए सदस्यों का प्रबोधन होगा। 21 मई को ‘ई विधान’ का प्रशिक्षण होगा, जिसमें इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा।
महाना ने बताया कि बुधवार को सर्वदलीय बैठक में सभी पार्टियों के विधानमंडल दल के नेता शामिल हुए। उनसे जब पूछा गया कि क्या बैठक में समाजवादी पार्टी विधानमंडल नेता अखिलेश यादव भी शामिल हुए इस पर उन्होंने जवाब दिया, ‘‘यादव ने कुछ निजी व्यस्तता के बारे में पहले ही मुझे सूचित कर दिया था। उनके स्थान पर समाजवादी पार्टी के इकबाल मसूद सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए।’’
सूत्रों ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि किसी की भी आवाज नहीं दबाई जाएगी, सभी को बोलने और मुद्दे उठाने का मौका दिया जाएगा। अध्यक्ष ने सत्र चलाने में सभी से सहयोग की अपील भी की।
भाषा जफर
सुरेश
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