नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की तीसरी लहर का चरम संभवत: गुजर चुका है. हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि दिल्ली अभी खतरे से बाहर नहीं आई है.
जैन ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘दिल्ली में हाल ही में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में भारी वृद्धि देखने को मिली थी, जब एक दिन में 28 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे. संक्रमण दर भी बढ़कर 30 फीसदी के पार चली गई थी.’
जैन ने कहा, ‘इस उछाल को कोविड-19 की मौजूदा लहर का चरम माना जा सकता है और ऐसा लगता है कि इस लहर का चरम गुजर चुका है. बीते कुछ दिनों में रोजाना दर्ज होने वाले नए मामलों में गिरावट आई है. बुधवार को 24 फीसदी की संक्रमण दर के साथ 13 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे. बृहस्पतिवार को नए मरीजों की संख्या में और भी कमी आई है.’
राष्ट्रीय राजधानी में 13 जनवरी को 29.21 फीसदी की संक्रमण दर के साथ 28,867 नए मरीज सामने आए थे, जो महामारी की शुरुआत के बाद दिल्ली में एक दिन में दर्ज सर्वाधिक मामले थे. 14 जनवरी को संक्रमण दर बढ़कर 30 फीसदी से अधिक हो गई थी.
जैन ने हालांकि चेताया कि दिल्ली में कोविड-19 की मौजूदा लहर का चरम भले ही गुजर चुका हो, लेकिन ‘‘हम अब भी यह नहीं सकते कि राष्ट्रीय राजधानी खतरे से बाहर है. हमें महामारी के आगामी रुख पर नजर रखने की जरूरत है.’’
प्रतिबंधों में ढील दिए जाने से जुड़े एक सवाल पर जैन ने कहा कि जरूरी उपायों के जरिये कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी लाने में सफलता मिली है, लेकिन प्रतिबंधों में रियायत पर फैसला लेने से पहले हमें आने वाले दिनों में स्थिति की निगरानी करने की जरूरत पड़ेगी.
कोरोना संक्रमण की जांच दर में कमी आने के सवाल पर जैन ने दावा किया कि दिल्ली में अन्य राज्यों के मुकाबले अब भी ज्यादा नमूनों की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘अगर जरूरत है तो किसी की भी जांच करने से इनकार नहीं किया जा रहा है.’
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