नई दिल्लीः देश में फिर एक बार कोविड-19 महमारी के ओमीक्रॉन के सब-वैरिएंट बीएफ.7 ने दस्तक देना शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे लेकर अब से कुछ देर में एक उच्च स्तरीय बैठक की समीक्षा करेंगे.
देश में इसके तीन मामले सामने आने के बाद से कईं राज्यों ने जांच में तेज़ी लाने के आदेश दिए गए हैं. आज सदन की कार्यवाही के दौरान तमाम नेता मास्क पहने नज़र आए.
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोविड-19 की स्थिति को लेकर लोकसभा में बयान दिया.
उन्होंने कहा, ‘कोरोना से कईं देश प्रभावित हो रहे हैं. कई देशों में मामले लगातार बढ़ रहे हैं.’
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘चीन, जापान और अमेरिका में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं.चीन में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले बढ़े हैं.’
वहीं, भारत के बारे में मांडविया ने कहा कि भारत में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं. भारत का कोरोना प्रबंधन बेहतर रहा है.
उन्होंने कहा कि हम चीन में कोविड के बढ़ते मामलों और इससे होने वाली मौतों को देख रहे हैं.
From the last few days, Covid cases have been rising in the world but in India, cases are depleting. We are seeing rising Covid cases & deaths due to it in China: Union Health minister Mansukh Mandaviya in LS pic.twitter.com/lmoxD3rnNv
— ANI (@ANI) December 22, 2022
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में स्वास्थ्य विभाग काफी सक्रिय रहा है. केंद्र सरकार ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान की है.
हम वैश्विक कोविड स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उसी के अनुसार कदम उठा रहे हैं. राज्यों को सलाह दी जाती है कि वे कोविड-19 के नए वेरिएंट की समय पर पहचान करने के लिए जीनोम-सीक्वेंसिंग बढ़ाएं.
We are keeping an eye on the global covid situation & are taking steps accordingly. States are advised to increase genome-sequencing to timely identify the new variant of Covid-19: Union Health minister Mansukh Mandaviya in LS pic.twitter.com/bNxwIqLqVs
— ANI (@ANI) December 22, 2022
मांडविया ने कोरोना को लेकर केंद्र की प्रतिबद्धता के बारे में कहा कि भारत में वैक्सीन को लेकर कीर्तिमान हासिल किया गया है. उन्होंने बताया कि केंद्र ने 220 करोड़ वैक्सीन दी गई हैं. पात्र 90 फीसद लोगों को दोनो खुराकें दे दी गई है.
त्योहारी और नए साल के मद्देनजर, राज्यों को सलाह दी जाती है कि वे एहतियाती खुराक के लिए जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को मास्क पहनना, सैनिटाइज़र का उपयोग करना और सामाजिक दूरी बनाए रखना सुनिश्चित करें.
यह भी पढ़ेंः ‘भले ही देश में बिजली न हो, हम क्रिसमस मनाएंगे,’ यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का US में भव्य स्वागत
‘आप क्रोनोलॉजी समझिए’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में कोविड-19 की स्थिति पर अब से कुछ ही देर में एक उच्च स्तरीय बैठक की समीक्षा करेंगे.
बता दें कि बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राहुल गांधी को पत्र लिख कर कहा था, ‘अगर कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा सकता तो वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निलंबित करने पर विचार करें’.
इस बीच, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘आप क्रोनोलॉजी समझिए’.
कांग्रेस ने कहा कि ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट बीएफ.7 के मामले कुछ महीने पहले सामने आ गए थे, लेकिन यह बैठक उस वक्त हो रही है जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ दिल्ली में प्रवेश करने वाली है.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘जुलाई, सितंबर और नवंबर में गुजरात एवं ओडिशा में ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट बीएफ.7 के 4 मामले सामने आए. स्वास्थ्य मंत्री ने कल राहुल को एक पत्र लिखा. प्रधानमंत्री आज स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ एक दिन बाद दिल्ली में प्रवेश करेगी. अब आप क्रोनोलॉजी समझिए.’
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा नहीं रुकेगी.
यात्रा की समन्वय समिति के अध्यक्ष सलमान खुर्शीद ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘कांग्रेस अपनी यात्रा में कोविड से बचाव संबंधी तमाम सावधानियों का पालन हर हाल में करेगी लेकिन यात्रा नहीं रुकेगी, नहीं रुकेगी, नहीं रुकेगी.’
खुर्शीद से पूछा गया था कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने राहुल को पत्र लिखकर यात्रा रोकने को कहा है, तो क्या यात्रा कार्यक्रम पर इसका असर पड़ेगा?
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर पार्टी और व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है. कांग्रेस की इस यात्रा से सरकार डर गई है इसीलिए तरह-तरह की आदेश और पत्र जारी किए जा रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री के पत्र को लेकर कांग्रेस ने यह भी कहा था कि सरकार कोविड-19 को लेकर नियमों एवं प्रॉटोकोल की घोषणा करे जिनका वह पालन करेगी, लेकिन नियम सबके लिए होने चाहिए.
कांग्रेस पार्टी के प्रचार एवं मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने सवाल भी किया कि स्वास्थ्य मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान और कर्नाटक इकाई के नेताओं को पत्र क्यों नहीं लिखा जो इन दिनों यात्राएं निकाल रहे हैं?
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा ‘मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का पत्र पढ़ा. आप सोच सकते हो कि केंद्र सरकार कितनी घबराई हुई है.’
यह भी पढ़ेंः बिलावल भुट्टो खुद को भारत-विरोधी देशभक्त के रूप में पेश करना चाहते हैं, जिसकी पाक सेना को दरकार है
विश्वभर में तेज़ी से फैल रहा कोविड-19
आधिकारिक जानकारी के अनुसार गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने भारत में बीएफ.7 के पहले मामले का पता लगाया था. उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात से दो मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है.अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस तथा डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों सहित कई अन्य देशों में बीएफ.7 की मौजूदगी की पहले ही पुष्टि हो चुकी है.
वहीं, दिल्ली सरकार कोविड-19 की स्थिति पर नजर रख रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कोविड पर आपात बैठक बुलाई है.
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को राज्य में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोगों को मास्क पहनने के लिए जागरूक करने और संक्रमण के हर मामले की जीनोम अनुक्रमण कराने के निर्देश दिए.
सीएम आदित्यनाथ ने कहा ‘चीन सहित दुनिया के कई देशों में पिछले एक हफ्ते से कोविड संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई है लेकिन उत्तर प्रदेश में हालात सामान्य हैं और पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में एक भी नया मामला सामने नहीं आया है, फिर भी हमें सतर्क रहने की जरूरत है। घबराने की नहीं, बल्कि सर्तकता व सावधानी बरतने की आवश्यकता है.’
मांडविया ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा था, ‘कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर आज विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है. मैंने सभी संबंधित लोगों को सजग रहने और निगरानी बढ़ाने के लिए कहा है. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.’
बता दें कि बीएफ.7, ओमीक्रोन के स्वरूप बीए.5 का एक उपस्वरूप है और यह काफी संक्रामक है. इसकी ‘इनक्यूबेशन’ अवधि कम है. यह पुन: संक्रमित करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता रखता है, जिनका (कोविड-19) टीकाकरण हो चुका है.
नीति आयोग के सदस्य पॉल ने बुधवार की बैठक के बाद कहा था, ‘केवल 27-28 प्रतिशत लोगों ने प्रिकॉशन डोज ली है. हम अन्य लोगों, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों से अपील करते हैं कि वे प्रिकॉशन डोज लें. प्रिकॉशन डोज अनिवार्य है और यह निर्देश सभी के लिए है.’
सरकार स्थिति की निगरानी करने के लिए अगले सप्ताह फिर बैठक करेगी.
बता दें कि गुरुवार को देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 185 नए मामले सामने आए हैं. इसी के साथ देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 4,46,76,515 पर पहुंच गई है.
यह भी पढ़ेंः क्यों पिछले 3 सालों में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और NZ जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या घटी, UK की तरफ झुकाव बढ़ा