नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया में आयी उन खबरों को बुधवार को ‘अनुमान और अटकलबाजी’ बताते हुए खारिज कर दिया जिनमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के आंकड़ों के आधार पर कोविड-19 की उच्च मृत्यु दर का दावा किया गया है.
मंत्रालय ने कहा कि मीडिया में कुछ अनुमान पर आधारित खबरें आयी हैं जिसमें एचएमआईएस के आंकड़ों के आधार पर कोविड-19 के कारण अधिक लोगों की मौत होने का दावा किया गया है.
मंत्रालय ने कहा, ‘खबर में निष्कर्ष निकालने के लिए सिविल पंजीकरण व्यवस्था (सीआरएस) और एचएमआईएस के आंकड़ों की तुलना की गयी है. ऐसी खबरें अनुमान और अटकलों पर आधारित है जिनका कोई ठोस आधार नहीं है.’
एचएमआईएस में हुई मौतों का हवाला देते हुए मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मीडिया में आयी खबर में कहा गया है कि ‘अन्य सूचना की अनुपस्थिति में इन मौतों को कोविड-19 के कारण हुई मौत ही माना जाना चाहिए.’
बयान में कहा गया है कि मीडिया में आयी खबर के अनुसार ‘2,50,000 से अधिक मौत अज्ञात वजह से हुई.’
इसमें कहा गया है कि बिना किसी आधार के किसी भी मौत को कोविड-19 की वजह से बताना गलत है और इस तरह के अनुमान केवल कल्पना की उपज हैं. बयान में कहा गया है कि केंद्र कोविड-19 आंकड़ों के प्रबंधन के अपने रुख में पारदर्शी रहा है और कोरोनावायरस से होने वाली मौत को दर्ज करने के लिए पहले ही एक मजबूत व्यवस्था है.
बयान में कहा गया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निरंतर इस खास व्यवस्था में आंकड़ों को अद्यतन करने की जिम्मेदारी दी गयी है. मौत की संख्या के मामले में किसी भी विसंगति से बचने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने मृत्यु दर की कोडिंग के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा सुझाए गये आईसीडी-10 कोड्स के अनुसार सभी मौतों को सही तरीके से दर्ज करने के लिए ‘भारत में कोविड-19 संबंधी मौतों को दर्ज करने में उचित मार्गदर्शन’ जारी किया है.
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