नई दिल्ली: तीन महीने से अधिक के अंतराल के बाद भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि देखी गई, क्योंकि देश में पिछले 24 घंटों में 12,213 ताजा कोविड-19 संक्रमण केस दर्ज किए गए.
इस साल 26 फरवरी को, भारत में 11,499 कोविड-19 मामले दर्ज किए गए थे.
बुधवार को, भारत में पहले ही वायरस के 8,641 नए मामले सामने आ चुके थे. कोविड मामलों में ताजा उछाल के साथ, भारत के कोविड-19 मामले बढ़कर 4,32,57,730 हो गए, जिनमें 58,215 सक्रिय मामले शामिल हैं. कुल मामलों का 0.13 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं.
कई राज्यों विशेष रूप से महाराष्ट्र में संक्रमण की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जहां मामले एक दिन में 36 प्रतिशत बढ़कर 4,024 हो गए, जबकि केरल में 1,950 मामले दर्ज किए गए.
कर्नाटक में 648 नए मामले, तमिलनाडु में 476 मामले, दिल्ली में 1,375 मामले, हरियाणा में 596 मामले और उत्तर प्रदेश में 318 नए मामले दर्ज किए गए.
देश में अभी रिकवरी रेट 98.65 फीसदी है. पिछले 24 घंटों में 7,624 वसूली दर्ज की गई, जिससे कुल वसूली बढ़कर 4,26,74,712 हो गई.
सरकारी आंकड़ों में कहा गया है कि 11 नए लोगों ने भारत के कोविड-19 की मौत को 5,24,803 तक पहुंचा दिया.
पिछले 24 घंटों में 5,19,419 परीक्षण किए गए, डेली पाजिटिविटी रेट 2.35 प्रतिशत देखी गई है.
कोविड-19 टीकाकरण के मोर्चे पर, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 195.67 करोड़ वैक्सीन खुराक दी जा चुकी हैं.
देश भर में कोविड-19 मामलों में हालिया उछाल के बीच, भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 9 जून को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ढिलाई नहीं करने और कोविड-19 के उचित व्यवहार को सख्ती से बनाए रखने का आग्रह किया.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को एक पत्र लिखा और उन्हें आरटी-पीसीआर परीक्षण, निगरानी, क्लीनिकल प्रबंधन, टीकाकरण, कोविड-19 प्रोटोकॉल तैयार करने और समय पर पूर्व-खाली कार्रवाई करने का निर्देश दिया, भूषण ने सरकार को ‘पांच सूत्रीय रणनीति’ का पालन करने की भी सलाह दी.
यह भी पढ़ें : लैंसेट स्टडी ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को बच्चों के लिए भी बताया सुरक्षित, WHO ने कहा- सिर्फ एडल्ट्स को देना ठीक