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Friday, 29 March, 2024
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दिल्ली में ‘ओमीक्रॉन’ का पहला मामला सामने आया, देश में अब तक पांच केस

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कई लोगों ने कोविशील्ड की दूसरी खुराक नहीं ली है क्योंकि दोनों खुराकों के बीच अंतर की अनिवार्यता की अवधि (84 दिन) अधिक है.

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नई दिल्ली: तंजानिया से दिल्ली आया 37 वर्षीय एक शख्स ‘ओमीक्रॉन’ से संक्रमित पाया गया है. यह राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट से जुड़ा पहला और देश में पांचवां मामला है.

लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मरीज का इस समय अस्पताल में इलाज किया जा रहा है और उसमें बीमारी के मामूली लक्षण हैं.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘अभी तक कोविड-19 के 17 मरीजों और उनके संपर्क में आए छह लोगों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए 12 में से एक नमूने में ओमीक्रॉन स्वरूप पाया गया है.’

मेडिकल डायरेक्टर सुरेश कुमार ने कहा, ‘मरीज भारतीय है और वह तंजानिया से आया है. उसके गले में सजून, बुखार और शरीर में दर्द जैसे संक्रमण के मामूली लक्षण है और उसे दो दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.’

उन्होंने कहा, ‘मरीज ने पिछले कुछ दिन में किन जगहों की यात्रा की है इसका पता लगाया जा रहा है और उसके संपर्क में आए लोगों से संबंधित जानकारी भी इकठ्ठा की जा रही है.’

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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ओमीक्रॉन स्वरूप को फैलने से रोकने का सबसे प्रभावी तरीका अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा देना है.


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उन्होंने कहा, ‘ऐसा बताया जा रहा है कि ओमीक्रॉन स्वरूप के पूरी तरह असर दिखाने में वायरस के अन्य स्वरूपों की तुलना में अधिक समय लग सकता है. इसका अर्थ है कि हवाई अड्डे पर जांच के दौरान संक्रमित व्यक्ति में संक्रमण का पता नहीं चलने की संभावना है. सभी मामले इससे प्रभावित अन्य देशों से जुड़े हैं. केंद्र सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए.’

जैन ने कहा कि इस बात की 99 प्रतिशत संभावना है कि मास्क ‘कोविड-19 के सभी स्वरूपों से लोगों का बचाव कर सकता है-भले ही वह अल्फा हो, बीटा हो, डेल्टा हो या ओमीक्रॉन हो.’

उन्होंने कहा, ‘विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर जनवरी-फरवरी में आ सकती है. अगर हर कोई मास्क पहनता है, तो इसे रोका जा सकता है.’

मंत्री ने बताया कि 90 प्रतिशत से अधिक पात्र आबादी को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है और 60 प्रतिशत लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है. उन्होंने कहा, ‘हम बचे लोगों से जल्द से जल्द टीकाकरण कराने का आग्रह करते हैं.’

जैन ने बताया कि दिल्ली में प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण कराया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘अगर हमने इसी गति से टीकाकरण जारी रखा तो जल्द ही सबका टीकाकरण हो जाएगा.’

उन्होंने कहा कि कई लोगों ने कोविशील्ड की दूसरी खुराक नहीं ली है क्योंकि दोनों खुराकों के बीच अंतर की अनिवार्यता की अवधि (84 दिन) अधिक है.

जैन ने बूस्टर खुराक से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार की अधिसूचना और विशेषज्ञों की सिफारिशों का पालन करेगी.

इससे पहले, कर्नाटक में गुरुवार को ओमीक्रोन स्वरूप के दो मामले पाए गए थे. राज्य में 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक और बेंगलुरू का 46 वर्षीय एक डॉक्टर कोरोना वायरस के इस स्वरूप से संक्रमित पाया गया था. इन दोनों लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है.

इसके बाद, शनिवार को गुजरात में 72 वर्षीय एक प्रवासी भारतीय और महाराष्ट्र का 33 वर्षीय एक व्यक्ति ओमीक्रॉन से संक्रमित पाया गया था.

दिल्ली में विदेश से आए कोरोना वायरस से संक्रमित यात्रियों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है जहां उन्हें आइसोलेशन में रखने और उनका इलाज करने के लिए एक समर्पित वार्ड स्थापित किया गया है.

केंद्र के अनुसार, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को ‘जोखिम वाले देशों’ की लिस्ट में शामिल किया गया है.

नए नियमों के अनुसार, ‘जोखिम वाले देशों’ से आने वाले यात्रियों के लिये आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य है और उन्हें परिणाम आने के बाद ही हवाई अड्डे से जाने की अनुमति होगी. इसके अलावा अन्य देशों से आने वाले दो प्रतिशत यात्रियों की जांच की जाएगी और इस जांच के लिए किसी भी यात्री के नमूने लिए जा सकते हैं.


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