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Tuesday, 21 May, 2024
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एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने दिया 5 कंपनियों को लाइसेंस

देश में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र यह कदम उठाया गया है ताकि लोगों के इलाज में किसी तरह की कमी न रहे.

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नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस के उपचार के लिए प्रयोग किए जाने वाले लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन के उत्पादन को बढाने के लिए पांच कंपनियों को लाइसेंस दिया है. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी.

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री द्वारा इस दवा दुनिया में कहीं से भी जहां उपलब्ध हो वहां से मंगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए जाने के बाद भारतीय मिशन एम्फोटेरिसिन बी को जुटाने में लगा हुआ है.

सूत्रों का कहना है कि माइलैन के जरिए एम्बिसम की सप्लाई को बढ़ाने के लिए अमेरिका में गिलीड साइंसेज काम कर रहा है.

सूत्रों ने आगे कहा भारत में अब तक 1,21,00 से ज्यादा एम्बिसम की शीशियां पहुंच चुकी हैं और अन्य 85000 शीशियां रास्ते में हैं. कंपनी माइलैन के जरिए दस लाख डोज़ सप्लाई करेगी.

बुधवार को केंद्रीय मंत्री सदानंद गौडा ने कहा था कि मरीजों की संख्या के अनुसार राज्यों और संघ शासित क्षेत्रों को एम्फोटेरिसिन बी की 29,250 शीशियां आवंटित की गई हैं. इसके पहले 19420 अतिरिक्त शीशियां 24 मई को आवंटिक की गई थीं और 21 मई को पूरे देश में 23,680 शीशियां भेजी गई थीं.

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इसी हफ्ते सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि महानगर में इसके 500 मामले हैं और इसके इलाज में उपयोग होने वाले एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन की कमी है. उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार राज्यों में इंजेक्शन बांट रही है. बाजार में इस दवा की कमी है और इसका उत्पादन बढ़ाया जाना चाहिए.


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