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Friday, 19 April, 2024
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मीडिया और बॉलीवुड पर मीटू मुहिम का असर शुरू

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राहुल गांधी ने मीटू मुहिम में अपनी आवाज़ जोड़ी तो भाजपा और संघ में भी एमजे अकबर पर लग रहे आरोपों से चिंता बढ़ी है वहीं बॉलीवुड में मुहिम का असर दिखाई भी देने लगा है. 

नई दिल्ली: विदेश राज्य मंत्री और भाजपा नेता एवं पूर्व पत्रकार एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग तेज़ होती जा रही है और सरकार के हाथ बंधते जा रहे हैं.

पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है हालांकि पार्टी की कुछ महिला मंत्रियों ने पीड़िताओं के पक्ष में आवाज़ उठाई है.

एमजे अकबर अफ्रीकी देशों की यात्रा पर हैं और रविवार को उनके देश लौटने का कार्यक्रम है.

अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी महिलाओं के साथ खड़े नज़र आना चाहते हैं. उन्होंने मीटू हैशटैग के साथ ट्वीट कर कहा, “अब समय आ गया है कि सभी लोग महिलाओं के साथ इज़्ज़त और सम्मान से पेश आएं. मैं खुश हूं कि ऐसे लोगों के लिए, जो महिलाओं की इज़्ज़त नहीं करते, अब जगह कम होती जा रही है. सच को साफ और ज़ोरदार शब्दों में कहने का समय आ गया है ताकि बदलाव लाया जा सके.”

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इससे पहले स्मृति ईरानी ने कहा था कि महिलाएं काम के लिए जाती हैं तो उन्हें सुरक्षित माहौल मिलना चाहिए और वे उन महिलाओं के साथ हैं जिन्होंने हिम्मत कर के आवाज़ उठाई है.

अकबर के इस्तीफे पर उन्होंने यही कहा था कि इसपर उन महानुभव को खुद बोलना चाहिए. केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी भी लगातार महिलाओं के पक्ष में खड़ी दिख रही हैं.

वहीं आरएसएस के सह महासचिव दत्तात्रेय होसबोले भी उस मुहिम के समर्थन में दिखे जिससे स्पष्ट नज़र आने लगा कि पार्टी और संघ में अब अकबर का समर्थन खत्म होता जा रहा है और उनपर पद छोड़ने का दबाव बढ़ रहा है.

बॉलीवुड में असर

फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने ट्वीट कर कहा कि वे कल रात देश वापस लौटे तो उन्होंने (साजिद खान के बारे में) जो पढ़ा उसने उनको बहुत विचलित किया और उन्होंने हाउसफुल फिल्म के निदेशक से शूटिंग बंद करने को कहा है. उन्होंने कहा कि “ये ऐसी बात है जिसपर कड़ी कार्यवाई की जानी चाहिए.”

अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, “मैं किसी भी ऐसे व्यक्ति के साथ काम नहीं करूंगा जिसपर आरोप सिद्ध हो गए हों. जिन्हें उत्पीड़न झेलना पड़ा है उनको सुना जाना चाहिए और न्याय जिसकी वो हक़दार है उन्हें मिलना चाहिए.”

फिल्म निदेशक साजिद खान को हाउसफुल और हमशकल फिल्मों के लिए जाना जाता है. उनपर तीन महिलाओं ने आरोप लगाया है कि उन्होंने उनका यौन उत्पीड़न किया. आरोप लगाने वाली महिलाएं हैं एक्टर रेशल व्हाइट, सह निदेशक सलोनी चोपड़ा और एक पत्रकार.

साजिद खान ने भी ट्वीट कर अपना पक्ष रखा है. उन्होंने लिखा, ”मेरे खिलाफ आरोप लगाए गए हैं. मेरे परिवार, फिल्म हाउसफुल-4 के प्रोड्यूसर और स्टारकास्ट पर दबाव बनाया जा रहा है. मैं नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए हाउसफुल के निर्देशन की जिम्मेदारी छोड़ता हूं.

साथ ही उन्होंने लिखा कि “मैं खुद पर लगे आरोपों को शांत कर सच साबित करूंगा. मैं अपने मीडिया के दोस्तों से कहूंगा कि बिना सच जाने फैसला ना सुनाएं.”

बॉलीवुड डायरेक्टर सुभाष घई और एक्टर पीयूष मिश्रा पर भी महिलाओं ने मीटू मुहिम के तहत आरोप लगाए हैं. इस
मुहिम की शुरुआत ही तनुश्री दत्ता के नाना पाटेकर पर आरोपों से हुई थी.

भारत में जिस तेज़ी से ये मुहिम फैली है और जितना संबल इसने महिलाओं को आवाज़ उठाने का दिया है, उससे आशा बंधी है कि समाज में सकारात्मक बदलाव आयेगा और महिलाओं को अपनी बात कहने की जहां शक्ति मिलेगी वहीं पुरुषों को भी अपनी सोच बदलनी पड़ेगी.

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