रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया और केंद्र सरकार के बीच चल रही तनातनी के बाद अब सरकार ने साफ किया है कि वह भारतीय रिजर्व बैंक से 3.6 लाख करोड़ रुपये की मांग नहीं कर रही है.
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक और केंद्र सरकार में चल रही तनातनी की खबरों के बीच शुक्रवार को आर्थिक मामले के सचिव एससी गर्ग ने साफ किया कि सरकार आरबीआई से 3.6 लाख करोड़ रुपये की मांग नहीं कर रही है. बल्कि केवल आरबीआई की आर्थिक पूंजी ढांचा (इकनॉमिक कैपिटल फ्रेमवर्क) तय करने के बारे में चर्चा कर रही है.
Lot of misinformed speculation is going around in media. Govt’s fiscal math is completely on track. There is no proposal to ask RBI to transfer 3.6 or 1 lakh crore, as speculated: SC Garg, Department of Economic Affairs (DEA) Secretary pic.twitter.com/PePKg6vWi1
— ANI (@ANI) November 9, 2018
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक गर्ग ने कहा, ‘मीडिया में गलत जानकारी के साथ कई अटकलें लगाई जा रही हैं. राजस्व को लेकर सरकार का आकलन पूरी तरह से सही है. आरबीआई से 3.6 लाख करोड़ या एक लाख करोड़ रुपये मांगने संबंधी कोई प्रस्ताव नहीं है.’
Government’s FD in FY 2013-14 was 5.1%. From 2014-15 onwards, Government has succeeded in bringing it down substantially. We will end the FY 2018-19 with FD of 3.3%. Government has actually foregone 70000 crore of budgeted market borrowing this year. ( continued …..)
— Subhash Chandra Garg (@SecretaryDEA) November 9, 2018
उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2013-14 में सरकार का राजकोषीय घाटा जीडीपी के 5.1 प्रतिशत के बराबर था. उसके बाद से सरकार इसमें लगातार कमी करती आ रही है. वित्त वर्ष 2018-19 के अंत में राजकोषय घाटे को 3.3 प्रतिशत तक सीमित कर देंगे. सरकार इस साल के बजट में बाजार से कर्ज लेने के लक्ष्य में स्वयं ही 70,000 करोड़ रुपये की कटौती कर चुकी है. सरकार केवल केंद्रीय बैंक की आर्थिक पूंजी व्यवस्था तय करने के बारे में चर्चा कर रही है.’
Rs 36,00,00,00,00,000
That’s how much the PM needs from the RBI to fix the mess his genius economic theories have created.
Stand up to him Mr Patel. Protect the nation. https://t.co/6BI0ePFvvH
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 6, 2018
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 6 नवंबर को इंडियन एक्सप्रेस की खबर को ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीतियों पर तंज कसा था. राहुल ने कहा था कि प्रधानमंत्री को अपने विलक्षण आर्थिक ज्ञान के कारण फैली अव्यवस्था को ठीक करने के लिए अब रिजर्व बैंक से 3.60 लाख करोड़ रुपये की बड़ी राशि की जरूरत पड़ गई है.