पुलिस को उग्रवादी संगठन उल्फा पर शक, उल्फा ने बयान जारी कर हाथ होने से इनकार किया. राज्य में बंद बुलाया गया. ममता बनर्जी ने संकेत दिए थे कि एनआरसी के कारण हुई हत्या.
गुवाहाटी/नई दिल्ली: असम के तिनसुकिया जिले में गुरुवार की दोपहर अज्ञात लोगों द्वारा की गई गोलीबारी में पांच बंगाली लोगों की मौत हो गई. इसके बाद राज्य में बंद बुलाया गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममला बनर्जी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. दूसरी ओर, असम सरकार में वरिष्ठ मंत्री हेमन्त बिस्वसर्मा का कहना है कि गुरुवार को पांच बांग्लाभाषियों की कथित उल्फा (स्वतंत्र) विद्रोहियों द्वारा हत्या का असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को अपडेट करने से “कोई संबंध नहीं” है.
उनकी प्रतिक्रिया ममता बनर्जी के घटना की निंदा के कुछ घंटों बाद आया जिसमें वे एनआरसी को इसके लिए ज़िम्मेदार बताया था.
सर्मा ने दिप्रिंट से कहा कि “ये राजनीतिक लड़ाई नहीं है. इसका एनआरसी से कोई संबंध नहीं है.”
उन्होंने कहा, “उल्फा असम में कई दशकों से सक्रिय है और वो समय समय पर ऐसी घटनाओं को अंजाम देते रहती है, ताकि उसके होने का वो संकेत देता रहे.”
सर्मा स्वास्थ्य, लोक निर्माण और वित्त मंत्री हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) के संयोजक हैं. उन्होंने कहा, “उल्फा पिछसे 20-25 सालों से बांग्लाभाषियों पर और हिंदी बोलने वालों पर हमले करता रहा है, जब एनआरसी था भी नहीं. ये कांग्रेस की सत्ता के समय भी हुआ जब एनआरसी की कोई चर्चा भी नहीं थी.”
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, अज्ञात विद्रोहियों ने सार्वजनिक स्थल पर गोलीबारी की जिससे पांच लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि विद्रोही उल्फा के वार्ता विरोधी गुट के सदस्य थे.
एएनआई के अनुसार, ‘आॅल असम बंगाली यूथ स्टूडेंस फेडरेशन ने घटना के विरोध में 12 घंटे का बंद बुलाया है. एजेंसी का कहना है कि गुरुवार को यह हमला उल्फा के उग्रवादियों ने किया है.
Assam: All Assam Bengali Youth Students Federation has called a 12-hour shutdown in Tinsukia in protest against the murder of 5 people killed by ULFA terrorists in Bishnoimukh village near Dhola-Sadiya bridge in the district yesterday. pic.twitter.com/BKaZAtte8S
— ANI (@ANI) November 2, 2018
टाइम्स आॅफ इंडिया का भी कहना है कि पुलिस को इस हमले के पीछे उल्फा का हाथ होने का संदेह है. अखबार का कहना है कि चश्मदीदों ने बताया कि हथियार लैस उग्रवादियों ने लोगों से लाइन में खड़े होने को कहा और फिर गोली मार दी.
हालांकि, अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी है कि उल्फा ने बयान जारी करके इस हत्याकांड में हाथ होने से इनकार किया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना ट्विटर प्रोफाइल काला कर दिया है. तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक पेज से समर्थकों से ऐसा करने की अपील की गई है.
Terrible news coming out of Assam. We strongly condemn the brutal attack in Tinsukia and the killing of Shyamlal Biswas, Ananta Biswas, Abhinash Biswas, Subodh Das. Is this the outcome of recent NRC development ? 1/2
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 1, 2018
ममता ने ट्वीट किया, ‘असम से भयावह खबर आ रही है. हम तिनसुकिया में क्रूर हत्याओं की घोर निंदा करते हैं. इन हत्याओं के विरोध में तृणमूल कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करेगी और प्रदेश भर में रैलियां निकालेगी.’