नई दिल्लीः केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज सोशल मीडिया के माध्यम से छात्रों से संवाद करेंगे और 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा के संबंध में उनके सवालों का जवाब देंगे. कोविड-19 महामारी के फैलने के कारण 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई थी.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कोविड के बाद उत्पन्न समस्याओं का उपचार करा रहे निशंक ने कहा कि छात्र उन्हें अपने सवाल एवं आशंकाओं से संबंधित संदेश भेज रहे हैं.
शिक्षा मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘मुझे आपके ढेर सारे संदेश एवं सूचनाएं लगातार मिल रही हैं. साथ ही, आपने मेरे स्वास्थ्य के प्रति भी चिंता व्यक्त की है. इसके लिए मैं आप सबका धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहना चाहूंगा कि मैं अब स्वस्थ महसूस कर रहा हूं.’ उन्होंने कहा कि आपके जो संदेश हैं, उनमें आपकी कुछ आशंकाएं भी व्यक्त हुई हैं. लेकिन अस्पताल में चल रहे अपने उपचार के कारण आपसे संवाद नहीं कर पा रहा था.
I will be interacting with dear students tomorrow at 4 PM to discuss their concerns & queries related to evaluation of CBSE board exams. If you have any doubts or suggestions, you may share them through Twitter or Facebook by the afternoon of June 25th pic.twitter.com/SIkXitnIRl
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) June 24, 2021
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि आपके मन में सीबीएसई परीक्षाओं से जुड़े कोई अन्य सवाल हों तो आप मुझे टि्वटर, फेसबुक या मेल द्वारा भी भेज सकते हैं.
निशंक ने कहा, ‘सीबीएसई परीक्षाओं को लेकर आपके मन में जो आशंकाएं हैं, उनके संदर्भ में मैं 25 जून, 2021 को शाम 4 बजे आपको सोशल मीडिया के माध्यम से जवाब देने का प्रयास करूंगा.’ कोविड-19 महामारी के कारण सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर दिया था. बोर्ड ने परीक्षा परिणाम के संबंध में इन दोनों कक्षाओं के लिये वैकल्पिक मूल्यांकन नीति की घोषणा की है. स्कूलों से 10वीं कक्षा के अंक 30 जून तक जमा करने को कहा गया है जबकि 12वीं कक्षा के लिये स्कूलों को 15 जुलाई की समयसीमा दी गई है .
सीबीएसई दसवीं कक्षा, 11वीं कक्षा और 12वीं कक्षा के परिणामों के आधार पर 12वीं कक्षा के छात्रों के अंक मूल्यांकन में क्रमश: 30:30:40 के फार्मूले पर काम कर रहा है.
22 जून को सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऑर्डर में 12वीं की परीक्षा को कैंसिल किए जाने की सीबीएसई और आईसीएसई के फैसले को चुनौती देने वाले याचिकाओं को खारिज कर दिया था.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया था कि सभी स्टेट बोर्ड्स के 12वीं की एक जैसी स्कीम नहीं हो सकती और इस तरह का आदेश देने से मना कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट का कहना था कि सभी बोर्ड स्वतंत्र और स्वायत्त हैं.
यह भी पढ़ेंः रद्द हुई CBSE की 12वीं की परीक्षा, रिजल्ट जारी करने के लिए समय रहते उठाए जाएंगे कदम