नयी दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय कोरोनावायरस संक्रमण के कारण अपने माता-पिता में से किसी एक को या दोनों को खोने वाले छात्रों की पूरी फीस माफ करेगा. अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी.
विश्वविद्यालय ने अपने कॉलेजों को इस बारे में पत्र लिखकर कहा है कि वह इस संबंध में सर्वेक्षण करें और ऐसे विद्यार्थियों की एक लिस्ट तैयार करें.
डीन ऑफ कॉलेजेज़ बलराम पाणी ने बताया, ‘दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने कॉलेजों को कोरोनावायरस के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले विद्यार्थियों का सर्वेक्षण करने के लिए पत्र लिखा है और सोमवार तक इस पर रिपोर्ट मांगी है. उन विद्यार्थियों की पूरी फीस माफ़ होगी, जिन्होंने अपने माता-पिता में से किसी एक या दोनों को महामारी काल में खो दिया हो. उनसे परीक्षा फीस भी नहीं ली जाएगी.’
बता दें कि कई राज्य सरकारों ने भी कोरोना में माता-पिता को खो देने वाले बच्चों के लिए भी इसी तरह का प्रावधान किया है. यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘बाल सेवा योजना’ शुरू की जिसके तहत बच्चे के वयस्क होने तक उनकी देखभाल करने वाले को 4 हजार रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता दी जाएगी.
इसी तरह की घोषणा बिहार ने भी की है. ‘बाल सहायता योजना’ के तहत ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई है और जिनमें से कम से कम एक की मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण से हुई है, उन्हें 18 साल का होने तक 1500 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा.
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