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Friday, 22 November, 2024
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दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए नई SOP जारी की- जांच से लेकर क्वारंटाइन रूम तक की व्यवस्था जरूरी

दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों से कहा कि वे छात्रों को अपना लंच और स्टेशनरी एक-दूसरे के साथ साझा न करने के लिए उन्हें गाइड करें.

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नई दिल्ली: दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी की हैं. राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों को सलाह दी गई है कि वे स्कूलों में सैनिटाइजेशन क्षमता को बढ़ाएं, अधिक सतर्क रहें और परिसर में भीड़-भाड़ ने हो इसका ध्यान रखें.

नए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) गुरुवार को जारी किए गए थे. इसमें स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को अपना लंच और स्टेशनरी दूसरों के साथ साझा न करने के लिए गाइड करें. साथ ही इसमें स्कूलों से रोजाना बच्चों से उनका और उनके परिवार का हाल पूछने जैसे नियम भी शामिल किए गए हैं.

स्कूलों को आदेश दिए गए हैं कि सभी एंट्री गेट पर स्टाफ तैनात करें ताकि कोविड के लक्षण वाला कोई कर्मचारी, छात्र या अन्य व्यक्ति परिसर में प्रवेश न कर पाए.

एसओपी में स्वाद या गंध का चले जाना, थकान, खांसी, बुखार, जी मचलाना और नाक बंद होने से सांस लेने में तकलीफ को कोविड के 11 लक्षणों में सूचीबद्ध किया गया है. आपात स्थिति के लिए स्कूलों को अलग से क्वारंटाइन रूम की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है.

स्कूलों को यह भी सलाह दी गई है कि वे कोविड मामलों की रिपोर्ट तुरंत अपने संबंधित जोनल या जिला अधिकारियों को दें और फिर स्कूल को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया जाए.

शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता द्वारा साइन किए गए इस नए एसओपी को ‘कोविड के बढ़ते प्रसार को रोकने’ और ‘स्कूली छात्रों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य के बारे में गंभीर चिंता’ को दूर करने के लिए जारी किया है.

गुरुवार को शहरी विभाग द्वारा साझे किए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 4.71 पोजिविटी रेट के साथ 965 नए कोविड मामले दर्ज किए गए. राष्ट्रीय राजधानी का R वैल्यू (संक्रमण कितनी तेजी से फैल रहा है इसका एक संकेतक) भी पिछले महीने 0.7 से बढ़कर अप्रैल में 2.12 हो गया है.


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छात्रों और कर्मचारियों का टीकाकरण जरूरी

स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूलों में मौजूदा कोविड की स्थिति पर चर्चा करने के लिए अभिभावक-शिक्षक संघ व स्कूल प्रबंधन समितियों के साथ बैठक करें ताकि छात्रों और अभिभावकों के बीच टीकाकरण को प्रोत्साहित किया जा सके.

निर्देशों में कहा गया है कि सभी पात्र छात्रों और स्टाफ सदस्यों को जल्द से जल्द टीका लगाया जाए. इसकी जिम्मेदारी स्कूल प्रिंसिपल के कंधों पर डाली गई है.

दिल्ली के कई स्कूलों में छात्रों के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद शिक्षा निदेशालय ने पिछले हफ्ते एक एडवाइजरी भी जारी की थी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, ‘हम स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं. अगर जरूरत पड़ी तो दिल्ली के स्कूलों के लिए एक नई एसओपी लाई जाएगी.’

सभी को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश देते हुए एडवाइजरी में कहा गया था कि छात्रों, शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों को हर समय मास्क पहनना जरूरी है. डीओई के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, हाथों को नियमित रूप से धोना या सैनिटाइज़ करना जरूरी है. विभाग ने स्कूलों को अवेयरनेस के लिए चलाए जा रहे प्रयासों को फिर से शुरू करने की भी सलाह दी है.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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