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Sunday, 3 November, 2024
होमडिफेंसकुछ वर्षों में कई सैन्य और असैन्य हेलीकॉप्टर हादसे के शिकार बने, भारत के लिए यह डिस्टर्बिंग हैं

कुछ वर्षों में कई सैन्य और असैन्य हेलीकॉप्टर हादसे के शिकार बने, भारत के लिए यह डिस्टर्बिंग हैं

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित एक और चीता हेलीकॉप्टर, मार्च 2022 में गुरेज़, जम्मू और कश्मीर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.

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नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश में तवांग के करीब बुधवार को भारतीय सेना विमानन का चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सेना ने कहा कि हादसे के समय यह हेलीकॉप्टर नियमित उड़ान भर रहा था. दुर्घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.

हालांकि, सेना ने कहा, दोनों पायलटों को निकटतम सैन्य अस्पताल ले जाया गया. रिपोर्ट से पता चला कि बाद में गंभीर रूप से घायल हुए पायलटों में से एक लेफ्टिनेंट कर्नल सौरभ यादव की मौत हो गई.

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब कोई सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ हो. पिछले कुछ सालों में, कई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं ने भारतीय सेना को झकझोरकर रख दिया है. गैर-सैन्य क्षेत्र में, हेलीकॉप्टर सेवा संचालक पवन हंस को भी हाल में कई दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ा है.

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित एक और चीता हेलीकॉप्टर, मार्च 2022 में गुरेज़, जम्मू और कश्मीर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.

हेलीकॉप्टर गुरेज में नियंत्रण रेखा के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को बचाने के अभियान पर था, तभी यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इंडियन आर्मी एविएशन के हेलीकॉप्टर के सह-पायलट मेजर संकल्प यादव एक अग्रिम क्षेत्र में तैनात एक बीमार जवान को बचा रहे थे.

हादसे के बाद मेजर यादव को श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. दूसरे पायलट को उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया था.

दुर्घटना के पीछे के कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है. रिपोर्टों के अनुसार, लैंडिंग से पहले खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर ‘संतुलन खो बैठा’ और दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

सीडीएस बिपिन रावत ने भी हेलीकॉप्टर हादसे में गंवाई जान

दिप्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में सशस्त्र बलों ने हेलीकॉप्टर क्रैश की पांच घटनाएं दर्ज कीं, इनमें दो ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH), एक चीता और दो Mi-17 V5s शामिल थे.

एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दिसंबर 2021 में तमिलनाडु में क्रैश हुआ था. इसमें तत्कालीन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सवार थे.

इस हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई. मारे गए अन्य लोगों में सीडीएस की पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर, लेफ्टिनेंट कर्नल, नाइक और लांस नायक रैंक के कई सैन्य अधिकारी शामिल थे.

सरकार ने तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर क्रैश होने के पीछे किसी भी गड़बड़ी या तोड़फोड़ की संभावना से इनकार किया और दुर्घटना की वजह खराब मौसम को बताया.


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2019-2021 के बीच और दुर्घटनाएं

अगस्त 2021 में, पठानकोट स्थित आर्मी एविएशन कॉर्प्स स्क्वाड्रन का एक ध्रुव ALH जम्मू में कठुआ के पास रंजीत सागर जलाशय में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. यह कथित तौर पर एक नियमित उड़ान पर था जब हादसे का शिकार हुआ. इसमें दोनों पायलटों की मौत हो गई थी.

विशेषज्ञों ने दुर्घटना के कारणों की ‘गहन जांच’ का आह्वान किया था.

जनवरी 2021 में, जम्मू और कश्मीर के प्रवेश द्वार के पास एक शहर लखनपुर में एक ध्रुव एएलएच दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें एक पायलट की मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया.

2019 में, एक एमआई-17 वी5 को गलती से मार गिराया गया था, जिससे उसमें सवार छह लोगों की मौत हो गई थी. उसी वर्ष एक चीता हेलीकॉप्टर भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें भूटान के एक अधिकारी सवार थे.

पवन हंस हेलीकॉप्टर क्रैश

सेना के इतर सार्वजनिक क्षेत्र की एक फर्म पवन हंस, जो तेल और गैस की खोज और वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रदान करती है, भी पिछले दो दशकों में कई दुर्घटनाएं झेल चुकी है.

दिप्रिंट ने जुलाई में बताया था कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के रिकॉर्ड के मुताबिक, 1998 से 2018 तक पवन हंस हेलीकॉप्टरों से जुड़ी दुर्घटनाओं में 91 लोग मारे गए थे.

जुलाई 2022 में, पवन हंस द्वारा पट्टे पर लिया गया एक सिकोरस्की एस-76डी हेलिकॉप्टर सागर किरण ONGC रिग के रास्ते में अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई.

DGCA ने हाल के वर्षों में अपनी अधिकांश दुर्घटनाओं के लिए कथित तौर पर पवन हंस को भी जिम्मेदार ठहराया है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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