scorecardresearch
Tuesday, 19 November, 2024
होमडिफेंसराजनाथ सिंह की मौजूदगी में इंडियन एयरफोर्स का पहला C-295 विमान वायुसेना में हुआ शामिल

राजनाथ सिंह की मौजूदगी में इंडियन एयरफोर्स का पहला C-295 विमान वायुसेना में हुआ शामिल

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी वायुसेना और एयरबस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

Text Size:

नई दिल्ली: पहले सी-295 मध्यम सामरिक परिवहन विमान को सोमवार को भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया, जिससे सेना की रसद तथा अन्य क्षमताओं में बढ़ावा होगा.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में यहां हिंडन वायु सेना स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में सी-295 को वायु सेना में शामिल किया गया.

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी वायुसेना और एयरबस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

इसके बाद रक्षा मंत्री सिंह ‘सर्व धर्म पूजा’ में शामिल हुए, जो सी-295 को वायुसेना में शामिल किए जाने के उपलक्ष्य में आयोजित की गई.

सी-295 को वायु सेना में शामिल करने से पहले रक्षा मंत्री ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “आज, 25 सितंबर को, मैं भारत ड्रोन शक्ति 2023, एक ड्रोन प्रदर्शनी सह प्रदर्शन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गाजियाबाद में रहूंगा. हिंडन एयरबेस पर भारतीय वायुसेना के पहले सी-295 मेगावाट परिवहन विमान के अनावरण समारोह में भी शामिल होऊंगा। मैं इसके लिए उत्सुक हूं.”

विशेष रूप से, भारतीय वायुसेना, स्वदेशी ड्रोन डिजाइन और विकास की क्षमता को पहचानते हुए, संयुक्त रूप से भारत ड्रोन शक्ति 2023 की मेजबानी करने के लिए ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ सहयोग कर रही है.

20 सितम्बर को भारतीय वायु सेना का पहला सी-295 मध्यम सामरिक परिवहन विमान गुजरात के वडोदरा में उतरा था कुछ दिन पहले ही स्पेन के दक्षिणी शहर सिवेले में इसे भारतीय वायु सेना को सौंपा था.

विमान ने 15 सितंबर को स्पेन के सेविले से उड़ान भरी थी और आज वडोदरा पहुंचने से पहले माल्टा, मिस्र और बहरीन में तीन बार रुका.

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 13 सितंबर को पहले सी295 विमान को प्राप्त किया था. भारतीय वायु सेना के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से सरकार ने ‘एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी’ के साथ दो साल पहले 21,935 करोड़ रुपये में 56 सी295 परिवहन विमानों को खरीदने का सौदा किया था. ये विमान पुराने होते एवरो–748 बेड़े का स्थान लेंगे.

इस समझौते के तहत एयरबस 2025 तक सेविले में शहर में अपने उत्पादन संयंत्र से ‘फ्लाई-अवे’ (उड़ान के लिये तैयार) स्थिति में पहले 16 सी295 विमानों की आपूर्ति करेगा. इसके बाद शेष 40 विमानों का निर्माण और संयोजन भारत में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड(टीएएसएल) द्वारा वड़ोदरा में किया जाएगा. यह दोनों कंपनियों के बीच हुई एक औद्योगिक साझेदारी के हिस्से के रूप में किया जाएगा.


यह भी पढ़ें: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने BRO मजदूरों के अंतिम संस्कार खर्च को 1,000 से बढ़ाकर 10,000 करने को दी मंजूरी


 

share & View comments