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Thursday, 21 November, 2024
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इस हफ्ते सिर्फ ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ की आंधी, दर्शकों के चेहरे पर झलक रही खुशी

‘अजय वर्द्धन’ व ‘त्राहिमाम’ जैसी फिल्में भी आई हैं और अन्य भाषाओं की फिल्में भी देश के अलग-अलग हिस्सों व विभिन्न ओ.टी.टी. मंचों पर रिलीज हुई हैं लेकिन ये सारी की सारी बेहद ठंडी हैं और इन्हें कोई नहीं पूछ रहा है.

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ऐसा कई बरस में एक-दो बार होता है जब कोई गैर-हिन्दी या गैर-भारतीय फिल्म आए और उसके खौफ से बाकी फिल्में एक तरफ खड़ी होकर उसका स्वागत करती दिखाई दें. दिसंबर का तीसरा शुक्रवार इसकी मिसाल बना है जब हॉलीवुड से आई ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ के सामने किसी भी बड़ी हिन्दी या अन्य भाषा की फिल्म ने आने की हिम्मत नहीं की.

हॉलीवुड से आने वाली बड़ी फिल्मों के प्रति भारतीय दर्शकों में दीवानगी कोई नई बात नहीं है. खासतौर से मार्वल सीरिज की फिल्में जब आती हैं तो यहां के दर्शक कई हफ्ते पहले से आंखें बिछाए इंतजार शुरू कर देते हैं. कई दिन पहले से सिनेमाघरों में एडवांस बुकिंग भी होने लगती है. ऐसे में समझदार भारतीय निर्माता वक्त के मिजाज को भांपते हुए अपनी बड़ी फिल्मों को किनारे कर लेते हैं. इस सप्ताह रिलीज हुई ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ तो वैसे भी 2009 में आई उस ‘अवतार’ का सीक्वेल है जिसे दुनिया भर में अब तक सबसे ज्यादा कमाई (23 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक) करने वाली फिल्म का खिताब हासिल है और रिलीज के 13 बरस बाद भी इसे देखा जाता है. दर्शकों की हर पीढ़ी इस फिल्म को खुद देखना और इसे अगली पीढ़ी को दिखाना अपना फर्ज समझती है. अब ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ ने जो रिव्यू हासिल किए हैं, उससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि यह सप्ताह किसी और फिल्म के लिए नहीं बना था.

‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ के प्रति उम्मीदों का जो ज्वार कई दिन से उमड़ रहा था, उस पर यह फिल्म पूरी तरह से खरी भी उतरी है. दुनिया भर के फिल्म समीक्षकों और दर्शकों ने इसे देखने के बाद एक सुर में सिर्फ और सिर्फ तारीफें ही की हैं. वरिष्ठ फिल्म समीक्षक पंकज शुक्ल लिखते हैं, ‘यह फिल्म न सिर्फ इंसानी कल्पनाओं की उड़ान है बल्कि विश्व सिनेमा का एक नया अध्याय, एक नया मोड़ और एक ऐसा नया उदाहरण भी है जिसमें सिनेमा का भविष्य छिपा हुआ है.’ भारत के चुनिंदा फिल्म समीक्षकों की संस्था ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ की अध्यक्ष व प्रख्यात फिल्म समीक्षक अनुपमा चोपड़ा कहती हैं, ‘डायरेक्टर जेम्स कैमरून ने एक बार फिर एक ऐसी फिल्म बनाई है जो तकनीकी चमत्कार है. मैंने इसका भरपूर आनंद लिया है और लोग भी इसे खूब एन्जॉय करेंगे.’

ऐसा नहीं है कि इस शुक्रवार कोई अन्य फिल्म रिलीज ही नहीं हुई. लेकिन उनमें से किसी में भी इतना दम नहीं था कि उनके प्रति दर्शकों में आकर्षण जगता. करण जौहर जैसे बड़े निर्माता के बैनर से शशांक खेतान निर्देशित ‘गोविंदा नाम मेरा’ डिज्नी-हॉटस्टार पर आई है जिसमें विक्की कौशल, भूमि पेडनेकर, कियारा आडवाणी जैसे चमकते सितारे हैं. लेकिन यह फिल्म इस कदर थकी हुई है कि खुद डिज्नी-हॉटस्टार वाले इसे रिलीज से पहले समीक्षकों को दिखाने से बच रहे थे कि कहीं इसकी पोल न खुल जाए. खैर, पोल तो इसके रिलीज होते ही खुल भी गई.

‘अजय वर्द्धन’ व ‘त्राहिमाम’ जैसी फिल्में भी आई हैं और अन्य भाषाओं की फिल्में भी देश के अलग-अलग हिस्सों व विभिन्न ओ.टी.टी. मंचों पर रिलीज हुई हैं लेकिन ये सारी की सारी बेहद ठंडी हैं और इन्हें कोई नहीं पूछ रहा है. यही कारण है कि तमाम बड़े-छोटे सिनेमाघरों में या तो ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ के हिन्दी, अंग्रेजी या अन्य भाषाअें के और 2-डी, 3-डी शो चल रहे हैं या कहीं-कहीं पिछले हफ्तों में रिलीज हो चुकी ‘दृश्यम 2’, ‘भेड़िया’ जैसी फिल्मों के इक्का-दुक्का शो.

सवा तीन घंटे लंबी ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ को देख कर आ रहे दर्शकों के चेहरे से झलक रही खुशी और संतुष्टि बताती है कि उन्हें लंबी फिल्मों से कोई समस्या नहीं है बशर्तें कि उनमें सशक्त कंटेंट परोसा जाए. इससे पहले ‘टर्मिनेटर’, ‘टाइटेनिक’ व ‘अवतार’ जैसी बड़ी कामयाब फिल्में दे चुके कैमरून की ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ का यूं हर तरफ छा जाना पहले से ही अपने वजूद के लिए जूझ रहे हिन्दी सिनेमा के लिए एक सबक भी है कि यदि माल बेहतर हो तो लोग खुद-ब-खुद उसकी तरफ खिंचे चले आते हैं.

उधर फिल्मों के वितरण और प्रदर्शन से जुड़े कारोबारी इसी बात से खुश हैं कि भले ही इस सप्ताह किसी बड़ी हिन्दी या भारतीय फिल्म ने थिएटर में पांव न जमाए हों लेकिन अकेली ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ डटी हुई है. दिल्ली के डिलाइट सिनेमा के प्रबंधक जनमेजय वर्मा कहते हैं, ‘हमारे लिए तो वही फिल्म अच्छी है जो पब्लिक को पसंद आए और पैसे कमाए. हम तो व्यापारी हैं, जो माल बिकेगा वही रखेंगे.’ वैसे हिन्दी वाले भी निराश नहीं हैं. अगले शुक्रवार रोहित शैट्टी की रणवीर सिंह वाली ‘सर्कस’ पर सबकी निगाहें जमी हैं. उसका परिणाम अगले सप्ताह, फिलहाल तो आंधी ‘अवतार-द वे ऑफ वॉटर’ की चल रही है.


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