(अदिति खन्ना) लंदन, 18 जनवरी (भाषा) लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ‘भारतीय सिनेमा एवं खेल भावना’(स्पिरिट ऑफ इंडियन सिनेमा एंड स्पोर्ट्स) का इस सप्ताहांत जश्न...
पिछले अगस्त में, एक छात्र नेतृत्व वाले आंदोलन ने बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से बाहर कर दिया था, जिसके बाद कई हफ्तों तक विरोध और झड़पें हुईं, जिनमें 600 से अधिक लोग मारे गए.
इस नई दुनिया में ‘पॉपुलिज़्म’ वाम, दक्षिण, मध्य, सभी मार्गों को ध्वस्त कर रहा है. बेशक हर एक देश, मतदाता समूह, और समाज के लिए यह अलग-अलग रूप में उभर रहा है, इसका आकर्षण और इसकी सफलता इसके प्रयोग में निहित है. यह आपके दिल या दिमाग पर ज्यादा बोझ नहीं डालता.