प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि विमान ने यूक्रेन की राजधानी कीएव के लिए उड़ान भरी थी. यह स्पष्ट नहीं है कि यह घटना ईरान-अमेरिका टकराव से जुड़ी है या नहीं.
ईरान ने दावा किया है कि इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बुधवार को किए गए मिसाइल हमलों में 80 लोगों की मौत हुई है. हालांकि अभीतक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
इराकी संसद ने बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या को लेकर अमेरिकी सैनिकों को देश से बाहर करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था.
मोदी-शाह शासन के दौरान किनारे कर दिए गए लोग अब अपनी जगह बनाने और अपनी आवाज बुलंद करने लगे हैं. और अभी तो यह शुरुआती दिन हैं. भाजपा को इन घटनाक्रमों का स्वागत करना चाहिए.