सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने आयोग के हवाले से बताया कि रविवार को इसकी चपेट में आने से 57 और लोगों की जान चली गई, जिससे इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 361 हो गई.
यह फैसला प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा शुक्रवार को बुलाई गई बैठक में लिया गया. इससे निपटने के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपी) को भी स्वीकृति दी गई जिसके लिए 7.3 अरब रुपयों की जरूरत होगी.
सरकार ने यह कदम शेष लोगों को संक्रमण की चपेट में आने से बचाने के लिए उठाया है. ऐसे हालत में प्रशासन को इतनी बड़ी तादाद में लोगों को खाने-पीने और जरूरत का अन्य समान हर वक्त मुहैया कराना पड़ेगा.
यूरोपीय संसद में फ्रांस के सदस्य थियरी मारिआनी ने प्रस्ताव पर चर्चा में पाकिस्तान का हाथ होने का संकेत दिया, वहीं बाकियों ने इसे हस्तक्षेप बताते हुए अन्य देश का आंतरिक मामला बताया.
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वायरस संक्रमण के 5,974 मामलों की पुष्टि हो गई और वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के 31 नए मामले मंगलवार तक सामने आए थे.
कोलकाता की समस्याओं का समाधान नागरिक बुनियादी ढांचा, रोजगार, शिक्षा और आवास है, न कि केवल फुटपाथों को फेरीवालों से मुक्त करना. ममता टीएमसी के इतिहास से गलत सबक सीख रही हैं.