एक पहलवान ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘उनके (मेस में) पास उचित बर्तन और चम्मच भी नहीं हैं. एक कोच अपना स्टील का ग्लास ला रहा था क्योंकि यहां ज्यादा ग्लास नहीं हैं. कभी कभार कोच प्लेट से दूध पीते हैं.’
भारत को यह मंजूर नहीं है कि उसका मित्र अमेरिका इस क्षेत्र को भारत-पाकिस्तान के चश्मे से देखे. इससे भारत के प्रभाव क्षेत्र की पुष्टि नहीं होती, उसकी अहमियत कम हो जाती है.