चुनावी विश्लेषक बनने के लिए भारत में कोई औपचारिक कोर्स उपलब्ध नहीं है, पर हाल के वर्षों में राजनीति और डेटा में रुचि रखने वाले स्नातक इस पेशे से जुड़ने के लिए आगे आए हैं.
ये मामला सिर्फ सीआरपीएफ तक सीमित नहीं है. एयरफोर्स के एक जवान ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि पब्जी के मामले में एयरफोर्स के बैरक में क्या चल रहा है.
भारत की विशाल और लगातार बढ़ती छात्र आबादी के अलावा विदेशी संस्थानों में अध्ययन की असीम अभिलाषा के कारण 2023-24 में करीब 15 लाख भारतीय छात्र विदेश गए. 2024-25 में यह संख्या 18 लाख तक पहुंच गई.