राज्य के अधिकारियों का कहना है कि कम टीकाकरण दर आंशिक रूप से जनसंख्या के आंकड़ों में विसंगतियों के कारण है, जिससे सरकार का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है, लेकिन टीकाकरण में सुधार की आवश्यकता है.
भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.