यहूदी पूजाघरों में बढ़ी सुरक्षा, सरकार से मिली सहायता और छाबड़ हाऊस के दोबारा खुलने से मुंबई में रहने वाले यहूदी एक बार फिर सुरक्षित महसूस करने लगे हैं।
पिछले एक दशक में हमने यह रुख अपनाना शुरू कर दिया है कि भले ही विदेशी यात्री आना न चाहें, लेकिन हमें परवाह नहीं है. यहां तक कि भारतीय लोग भी हमारे पर्यटन स्थलों से दूर रहने लगे हैं.