पुलवामा हमले के 75 दिन बाद इस दिशा में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.
‘नशे का कारोबार हरियाणा में 2002 से 2005 के बीच शुरू हुआ. इसका पूरा श्रेय चौटाला सरकार को जाता है. उस वक्त ट्रक भरकर हेरोइन लाई जा रही थी. प्रशासन और सरकार ने आंखें बंद कर रखीं थीं और अभी भी बंद है.
पिछले एक दशक में हमने यह रुख अपनाना शुरू कर दिया है कि भले ही विदेशी यात्री आना न चाहें, लेकिन हमें परवाह नहीं है. यहां तक कि भारतीय लोग भी हमारे पर्यटन स्थलों से दूर रहने लगे हैं.